बिहार में पांच सितारा बनेंगे पुराने होटल, जानें कितना निवेश करने पर सरकार देगी सब्सिडी

नई पर्यटन नीति सरकार ने बनायी है.जिसमें पर्यटन में निवेश पर एक मुश्त और ब्याज सब्सिडी का प्रावधान किया गया है.जिसके तहत पुराने होटल को फोर स्टार होटल में बदलने के लिये भी सरकार सहायता देगी. लेकिन इसका लाभ लेने के लिये न्यूनतम 2.50 करोड़ निवेश करना पड़ेगा. ज

By Prabhat Khabar News Desk | January 15, 2024 5:00 PM

पटना. राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिये नई पर्यटन नीति सरकार ने बनायी है.जिसमें पर्यटन में निवेश पर एक मुश्त और ब्याज सब्सिडी का प्रावधान किया गया है.जिसके तहत पुराने होटल को फोर स्टार होटल में बदलने के लिये भी सरकार सहायता देगी. लेकिन इसका लाभ लेने के लिये न्यूनतम 2.50 करोड़ निवेश करना पड़ेगा.जबकि फोर स्टार से अधिक स्टार वाले होटल के लिये दस करोड़ से अधिक पर प्रोत्साहन दी जायेगी.

स्टार होटल की संख्या बढ़े

दरअसल राज्य सरकार पर्यटकों अधिक से अधिक सुविधा मिले इसके स्टार होटल की संख्या बढ़े इस नीति पर काम कर रही है.सब्सिडी की प्रतिपूर्ति वाणिज्यिक परिचालन शुरू होने पर 50 %, वाणिज्यिक संचालन के 02 वर्ष पूरा होने पर 25 %और वाणिज्यिक संचालन के 05 वर्ष पूरा होने पर बचा हुई राशि 25% के रूप में की जायेगी.

होटल,रिसोर्ट और अन्य पर्यटकीय सुविधा के लिये निवेश और सब्सिडी

निवेश राशि सब्सिडी% अधिकतम

10 करोड़ तक 30% 3.00 करोड़

50 करोड़ तक 25% 10.00 करोड़

50 करोड़ से अधिक 25% 25.00 करोड़

बिहार पर्यटन नीति 2023 के उद्देश्य

बिहार पर्यटन नीति का मुख्य उद्देश्य पर्यटन क्षेत्र में निवेश में वृद्धि करना है,ताकि राज्य में आर्थिक गतिविधियां बढ़ और इसके साथ ही रोजगार व व्यापार की संभावनाएं सृजित हो.पर्यटन के क्षेत्र में विश्वस्तरीय आधारभूत संरचना का निर्माण,पर्यटकीय उत्पादों और अवसंरचनाओं का निर्माण,कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से प्रतिभाशाली कार्यबल का विकास,पर्यटक सुरक्षा और उत्कृष्ट सुविधा हेतु उच्चतम मानक पर जोर देना,

कौन देता है स्टार रेटिंग

पर्यटन मंत्रालय के अधीन एक कमेटी है, जिसे होटल एंड रेस्टोरेंट अप्रूवल एंड क्लासिफेक्शन कमेटी कहा जाता है, ये होटल को रेटिंग देने का काम करती है. इस कमेटी के भी दो विंग होते हैं. इसमें से एक विंग एक से तीन स्टार और दूसरी विंग चार और पांच स्टार रेटिंग के मामले को देखती है. किस होटल को कौन सी रेटिंग दी जाए, एक एक पैरामीटर पर तय किया जाता है.

Also Read: पटना में यहां बनेंगे तीन 5 स्टार होटल, इन आधुनिक सुविधाओं से होंगे लैस

क्या है प्रक्रिया

इसके लिए होटल द्वारा रेटिंग के लिए आवेदन करने के बाद एक टीम आकर विजिट करती है और होटल की साफ-सफाई, वहां की सुविधाएं, कमरे के साइज, एसेसरीज वगैरह को देखती है और गाइडलाइन्स के मुताबिक अन्य तमाम पैरामीटर्स पर इन सुविधाओं को परखती है. इसके बाद ही होटल को रेटिंग दिया जाता है.बिहार में फिलहाल दो फाइव स्टॉर होटल बोध गया है में और पटना में तीन फोर स्टॉर होटल है.

Next Article

Exit mobile version