दूरियां और तल्खियों पर नेताओं के पुराने बयान हो रहे वायरल, बिहार में पार्टी प्रवक्ताओं की बढ़ी मुश्किलें
इस नयी सरकार के गठन से पूर्व विभिन्न पार्टियों और उनके नेताओं के पुराने वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल रहे. सोशल मीडिया पर इसे खूब शेयर किया गया. एंट्री बंद करने से लेकर फिर से वहां नहीं जाने वाले बयान खूब वायरल रहे.
पटना. जदयू के वापस एनडीए में लौट आने के बाद बिहार में समीकरण बदल गये हैं. बदले समीकरण में नेताओं के पुराने बयानों के वीडियो काफी वायरल हो रहे. इस नयी सरकार के गठन से पूर्व विभिन्न पार्टियों और उनके नेताओं के पुराने वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल रहे. सोशल मीडिया पर इसे खूब शेयर किया गया. एंट्री बंद करने से लेकर फिर से वहां नहीं जाने वाले बयान खूब वायरल रहे. वर्तमान की नयी सत्ताधारी पार्टियों और कुछ ही घंटे पहले सरकार से बाहर की गयी पार्टियों के नेताओं के बयान लोग वर्तमान संदर्भ में सुनते-सुनाते रहे. वर्ष 2020 से अब तक की तल्ख टिप्पणियों पर लोग चटखारे लेते रहे.
पार्टी प्रवक्ताओं की मुश्किलें भी बढ़ीं
बदले नये समीकरण ने पार्टी प्रवक्ताओं की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं. कल तक प्रवक्ता जिस पार्टी की आलोचना कर रहे थे, अब उन्हें उसी पार्टी को डिफेंड करना पड़ रहा. कल तक जो नेता विकास के परिचायक दिख रहे थे, अब उनको विनाश का कारण बताते रहे. पार्टी प्रवक्ताओं के पुराने बयानों को कोट कर उनसे सवाल पूछने पर वे गोल-गोल घूम रहे. वैसे बिहार में यह पहली बार नहीं हुआ है, लेकिन पिछली बार गठबंधन टूटने के बाद शब्दों में जो तल्खियां आ गयी थी वो प्रवक्ताओं को परेशान करेगी.
पटना में लगा पोस्टर- ”नीतीश सबके हैं”
इधर, नई सरकार के शपथ ग्रहण के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थन में नये पोस्टर लगाये गये हैं. इनमें से एक पोस्टर में लिखा है- ”नीतीश सबके हैं” कोटि-कोटि बधाई. इस पोस्टर में भाजपा और जदयू गठबंधन को दर्शाने के लिए केसरिया और हरे रंग का प्रदर्शन किया गया है. वहीं पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार की फोटो लगाई गई है. यह पोस्टर जदयू के विधान पार्षद संजय सिंह के भाई सोना सिंह ने लगवाया है. इस पोस्टर से साफ दिख रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नये गठबंधन में नई सरकार के गठन से जदयू कार्यकर्ता खुश हैं.