बिहार में ओमिक्रोन के सभी 28 संक्रमित हुए स्वस्थ, जीन सीक्वेंसिंग के लिए दूसरे राउंड में लगाए गए 96 सैंपल
आइजीआइएमएस के लैब में जिन सैंपलों की जीन सीक्वेंसिंग करायी गयी थी, जिनका संग्रह 28 दिसंबर से दो जनवरी के बीच किया गया था. तीन जनवरी को ये सैंपल जांच के लिए मशीन में लगाये थे, जिनकी रिपोर्ट नौ जनवरी को मिला.
पटना. कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रोन से संक्रमित पाये गये राज्य के सभी 28 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने बताया कि आइजीआइएमएस के लैब में जिन सैंपलों की जीन सीक्वेंसिंग करायी गयी थी, जिनका संग्रह 28 दिसंबर से दो जनवरी के बीच किया गया था. तीन जनवरी को ये सैंपल जांच के लिए मशीन में लगाये थे, जिनकी रिपोर्ट नौ जनवरी को मिला.
इस दौरान सभी ओमिक्रोन संक्रमित स्वस्थ्य हो गये थे. उन्होंने बताया कि जीनोम सिक्वेंसिंग के जो नतीजे अभी तक मिले उनमें अधिसंख्य ओमिक्रोन की ओर इशारा कर रहे हैं. हालांकि यह तो तीन-चार राउंड के जीनोम सिक्वेंसिंग के बाद ही स्पष्ट किया जा सकता है कि ओमिक्रोन के संक्रमितों का कितना प्रतिशत मिलने लगा है. उन्होंने बताया कि आइजीआइएमएस में फिर से 96 सैंपलों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लैब में डाला गया है.
अंतिम तीन दिन बुखार नहीं आना स्वस्थ होने का लक्षण
कार्यपालक निदेशक ने बताया कि किसी भी व्यक्ति के सैंपल जांच में पॉजिटिव पाया जाता है और उस मरीज को जांच के पांचवें से आठवें दिन लगातार बुखार नहीं आता है तो उसे स्वस्थ माना जा रहा है. यह गाइडलाइन सिर्फ उन संक्रमितों पर लागू होता है जो लोग होमआइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं.
Also Read: पटना एम्स में 72 स्टाफ पाये गये पॉजिटिव, कोरोना से दो मरीजों की मौत, 2275 मिले नये संक्रमित
आइसीएमआर के नये गाइडलाइन के अनुसार अब सात दिन होम आइसोलेशन में रहने के बाद मरीजों को जांच दोबारा नहीं कराने का परामर्श दिया गया है. इसी के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की ओर स्वस्थ होनेवाले संक्रमितों का प्रतिदिन की रिपोर्ट जारी की जा रही है.