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ऑनलाइन स्लॉट बुक करने की अनिवार्यता खत्म, अब पटना के सभी केंद्रों पर ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन और टीकाकरण

पटना जिले में अब टीका लेने के लिए शनिवार से ऑनलाइन स्लॉट बुक करने की अनिवार्यता खत्म कर दी गयी है. अब किसी भी उम्र के लोग सिर्फ अपना आधार कार्ड लेकर टीकाकरण केंद्र पर जायेंगे और ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन करा कर टीका ले सकेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | June 12, 2021 6:37 AM

पटना. पटना जिले में अब टीका लेने के लिए शनिवार से ऑनलाइन स्लॉट बुक करने की अनिवार्यता खत्म कर दी गयी है. अब किसी भी उम्र के लोग सिर्फ अपना आधार कार्ड लेकर टीकाकरण केंद्र पर जायेंगे और ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन करा कर टीका ले सकेंगे. यह व्यवस्था पहले व दूसरे डोज दोनों के लिए है. इसके साथ ही मोबाइल टीका एक्सप्रेस में भी यह सुविधा रहेगी.

डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि अब शनिवार से ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन होगा और टीका लगाया जायेगा. 18 से 44 उम्र वर्ग के लोगों को टीका लगाने के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुक कराना पड़ता था. लेकिन, दो-तीन दिनों से दानापुर स्थित टीकाकरण केंद्र को छोड़कर अन्य केंद्रों पर 50% से कम स्लॉट बुक हो रहा था.

इससे यह अंदाजा लगाया गया कि संभवत: लोगों ने टीका लगा लिया है. इसके साथ ही टीकाकरण केंद्रों पर लोगों की भीड़ भी कम हो गयी है. इसके बाद ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन व टीकाकरण का निर्णय लिया गया.

कोरोना से महनार के एसडीओ का निधन

महनार के अनुमंडल पदाधिकारी मनोज प्रियदर्शी का शुक्रवार को निधन हो गया. वह पिछले कुछ दिनों से कोरोना से पीड़ित थे. उनका इलाज पटना के एक निजी अस्पताल में चल रहा था. वही पर उन्होंने अंतिम सांस ली. कोरोना संक्रमित होने पर 29 मई से ही अस्पताल में भर्ती थे.

उनके निधन की सूचना मिलते ही महनार अनुमंडल सहित पूरे जिले के प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ आम नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों के बीच शोक की लहर दौड़ गयी. मनोज प्रियदर्शी अगस्त, 2018 में महनार में एसडीओ के पद पर पदस्थापित हुए थे. एसडीओ के रूप में महनार में उनकी दूसरी तैनाती थी.

इसके पूर्व वह सिकहरना में एसडीओ थे. 2010 बैच में 48वीं से 52वीं बीपीएससी संयुक्त प्रवेश परीक्षा में उन्होंने सफलता पायी थी. अपने व्यवहार के कारण वे महनार के लोगों के प्रिय बन गये थे. उनके निर्देशन में महनार में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला महनार महोत्सव नयी ऊंचाइयों को प्राप्त किया था. महनार में उन्होंने विकास कार्यों को गति दी थी. मनोज प्रियदर्शी अपने पीछे पत्नी रंजना और दो पुत्र छोड़ गये हैं.

Posted by Ashish Jha

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