जब फेयरवेल के दिन IPS ने सुनाई मटन की कहानी तो लोटपोट हुए अधिकारी, VIDEO देख आप भी पकड़ लेंगे पेट

पटना में अपने अनोखे अंदाज से ट्रैफिक एसपी के रुप में अपने काम से पहचान बनाने वाले आईपीएस अफसर प्रांतोष कुमार दास 31 जनवरी को रिटायर हो गए. फेयरवेल के दिन उन्होंने मटन वाली कहानी सुना कर हर किसी को हंसाते हंसाते लोटपोट कर दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2022 3:37 PM

पटना में अपने अनोखे अंदाज से ट्रैफिक एसपी के रुप में अपने काम से पहचान बनाने वाले आईपीएस अफसर प्रांतोष कुमार दास 31 जनवरी को रिटायर हो गए. फेयरवेल के दिन उन्होंने मटन वाली कहानी सुना कर हर किसी को हंसाते हंसाते लोटपोट कर दिया. उन्होंने ऐसी-ऐसी बातें कहीं कि सभी अधिकारी और पुलिस अफसर लोटपोट हो गए. उनकी मटन वाली कहानी का वीडियो बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.

प्रांतोष कुमार दास अपने अनोखे अंदाज के लिए जाने जाते हैं. उनकी मटन वाली कहानी का वीडियो गृह विभाग ने अपने फेसबुक पेज पर भी अपलोड किया है. आईपीआरडी के यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड किया गया है. वीडियो 31 जनवरी का है. अधिकारियों की मौजूदगी में उन्होंने ने पत्‍नी का मटन खाने के लिए बुलाना और हाथी का सिर उठाकर ले जाने वाली कहानी की अब हर ओर चर्चा हो रही है.

जब मटन खाने के लिए पत्नी ने बुलाया

मटन वाली कहानी बताते हुए पीके दास ने कहा कि उनकी पोस्टिंग सारण के सोनपुर में डीएसपी के पद पर थी. उनकी पत्‍नी का फोन आया कि मटन बना है. उन्होंने कह दिया पत्नी से कि वो घर आ रहे हैं. फिर क्‍या था, हाईकोर्ट का एक कागज लिया और पटना के लिए चल पड़े. पता चला कि नयागांव में हादसा हो गया है. एक व्यक्ति की मौत हो गई है. उन्होंने फोन पर ही सूचना देकर मौके पर कई थाने की पुलिस को वहां भेजा.

‘हमको आधा घंटा फोन नहीं कीजिएगा’

दास ने कहा कि हम पटना के एक्जिबीशन रोड पहुंचे ही थे कि एसपी साहब का कॉल आया. उन्होंने पूछा दास तुम कहां हो, उन्‍हें कैसे बताता कि मटन खाने बोरिंग रोड आया था. उन्‍हें बताया कि हाईकोर्ट, तब वे बोले कि जब देखो तब हाईकोर्ट. देखो वहां जाम है. कमिश्‍नर साहब फंसे हुए हैं. पीके दास ने बताया कि इसके बाद उन्‍होंने एसपी साहब को कहा कि सर, आधा घंटा हमको फोन नहीं कीजिएगा. आपका फोन आता है तो मेरी टेंशन बढ़ जाती है. यह सुनकर एसपी साहब हंसने लगे.

पीके दास ने बताया कि उस समय वे डीएसपी थे. वे ठीक समय पर पहुंचे और जाम को समाप्त करा दिया. इसमें कम्‍यूनिटी पुलिसिंग का बड़ा रोल रहा. जैसे ही वहां वो पहुंचे, कम्‍यूनिटी पुलिस के कुछ लोग पहुंचे. उनलोगों ने जय हिंद कहा. फिर जाम हटवाया. इस दौरान उन्होंने नवादा में पोस्टिंग के दौरान एक हाथी का सिर घर ले आने का प्रसंग भी सुनाया.

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