मगध विवि के दो प्रोफेसर समेत एक कर्मचारी निलंबित, कॉपियों की खरीद सहित अन्य मामलों की जांच कर रही एसवीयू

21 जनवरी को एसवीयू के कार्यालय में कुलपति प्रो राजेंद्र प्रसाद को भी बुलाया गया है. उनसे केस के सिलसिले में पूछताछ की जायेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 20, 2022 11:44 AM

बोधगया. मगध विश्वविद्यालय में परीक्षा की कॉपियों की खरीद सहित अन्य वित्तीय मामलों में गड़बड़ी की जांच को लेकर जेल में बंद एमयू के शिक्षक प्रो विनोद कुमार सिंह, प्रो जयनंदन प्रसाद व कुलपति प्रो राजेंद्र प्रसाद के पूर्व पीए सुबोध कुमार को निलंबित कर दिया गया है. एमयू के प्रभारी कुलपति प्रो वीएन सिंह के आदेश पर प्रभारी कुलसचिव डॉ रवि प्रकाश बबलू ने निलंबन से संबंधित अधिसूचना बुधवार को जारी कर की. निलंबन से संबंधित अधिसूचना में कहा गया है कि उपरोक्त लोगों का निलंबन 21 दिसंबर 2021 से प्रभावी माना जायेगा.

एमयू के नोडल पदाधिकारी डॉ संजय कुमार ने इसकी जानकारी दी. उल्लेखनीय है कि एमयू के कुलपति प्रो राजेंद्र प्रसाद पर एसवीयू की जांच जारी है और इसी सिलसिले में एमयू के लाइब्रेरी इंचार्ज सह हिंदी के विभागाध्यक्ष प्रो विनोद कुमार सिंह, एमयू के प्रॉक्टर प्रो जयनंदन प्रसाद सिंह व कुलपति के पूर्व पीए सुबोध कुमार को 20 दिसंबर को एसवीयू के पटना स्थित कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था और उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. अब 21 जनवरी को एसवीयू के कार्यालय में कुलपति प्रो राजेंद्र प्रसाद को भी बुलाया गया है. उनसे केस के सिलसिले में पूछताछ की जायेगी.

कुलपति से कल हो सकती है पूछताछ

एसवीयू ने इस मामले के सिलसिले में कुलपति प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद से पूछताछ करने के लिए पटना स्थित कार्यालय में तलब किया था, लेकिन पहली मर्तबा वह शामिल नहीं हो सके. इसके बाद मगध विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति के माध्यम से कुलपति प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद को फिर से एसवीयू के पटना स्थित कार्यालय में उपस्थित होकर जांच के सिलसिले में सवालों के जवाब देने का नोटिस जारी किया. हालांकि, इससे पहले ही कुलपति ने न्यायालय से गिरफ्तारी पर रोक का आदेश ले लिया और अब यह कयास लगाया जा रहा है कि शुक्रवार को कुलपति एसवीयू के पटना स्थित कार्यालय में अपनी बात कहने के लिए उपस्थित हो सकते हैं. इसके बाद वह मगध विश्वविद्यालय में अपना कार्यभार संभाल सकते है.

Next Article

Exit mobile version