गया जिले के 24 प्रखंडों में महिलाओं की आबादी 1546482 होने के बाद भी यहां के जिला से लेकर पीएचसी तक में महज महिला चिकित्सकों (गाइनो) की संख्या 24 ही है. यानी, 64,436 महिलाओं पर सिर्फ एक महिला डॉक्टर है. अस्पतालों में अगर महिलाएं इलाज कराने पहुंचती है और वहां पुरुष डॉक्टर को देखती हैं, तो अपनी समस्या बताने में काफी झिझकती हैं.
कई महिलाएं बिना इलाज के ही वापस लौट जाती हैं. जिले के दो बड़े अस्पताल को देखा जाये, तो प्रभावती में दो व जेपीएन हॉस्पिटल में तीन महिला चिकित्सकों की पोस्टिंग हैं. थोड़ी सी भी गंभीर मरीज पहुंचने पर उसे तुरंत ही बड़े अस्पतालों के लिए रेफर कर दिया जाता है. शहर में मगध मेडिकल अस्पताल होने के कारण स्थिति अधिक भयावह नहीं होती है.
जिले के लगभग अस्पतालों से यहां हर दिन दर्जनों गाइनो के मरीजों को मगध मेडिकल रेफर किया जाता है. मगध मेडिकल में गइनो विभाग में डॉक्टरों की संख्या पर्याप्त होने के कारण यहां दिक्कत नहीं होती है. स्थानीय स्तर पर सरकारी अस्पतालों में समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण प्राइवेट में मरीज अधिक संख्या में चले जाते हैं. वहां उनका कई तरह से दोहन किया जाता है.
सदर अस्पताल व प्रभावती अस्पताल में भी स्थिति नहीं सुधरी
जिले के सदर अस्पताल व प्रभावती अस्पताल में भी महिला चिकित्सकों की संख्या पर्याप्त नहीं होने के कारण यहां से भी मरीजों को मगध मेडिकल ही रेफर किया जाता है. प्रभावती में दो व सदर अस्पताल जेपीएन में तीन महिला चिकित्सक ही हैं. यहां से भी हर दिन मरीज को मगध मेडिकल भेजा जा रहा है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha