Bihar News मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) में धांधली करने वाले एक लाख रुपये के इनामी नीलेश उर्फ पीके और उसके जीजा को गुरुवार को सारनाथ पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने पीके और उसके बहनोई रितेश कुमार सिंह को सारनाथ के रिंग रोड से गिरफ्तार किया. पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने मीडिया से बताया कि इसके पहले 16 नवंबर को गिरोह के साउथ त्रिपुरा के गर्जनमुरा निवासी मृत्युंजय देव नाथ (मौजूदा पता अगरतल्ला के बरदोवाली मिलन सांघा) और बलरामपुर जनपद के नयी बाजार पूर्वा तुलसीबाजार निवासी अफरोज (मौजूदा पता लखनऊ का कैसरबाग) पर 20-20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
बिहार के कई और लोगों के आ रहे नाम
पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने मीडिया को बताया कि पीके के बारे में पुलिस टीम को अहम जानकारियां हाथ लगी हैं. उसके कुछ करीबियों से भी पूछताछ की जा रही है. पटना और छपरा स्थित मकान पर कोई नहीं है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो इस मामले में बिहार के कई और लोगों के नाम सामने आ रहे हैं. पुलिस जल्द ही बिहार के कई जिलों में छापेमारी करेगी.
तीन राज्यों के 16 कैंडिडेट का वीडियो स्टेटमेंट हो रहा रिकॉर्ड
मिली जानकारी के अनुसार नीट-यूजी परीक्षा से पहले सॉल्वर गैंग के संपर्क में आये तीन राज्यों के 16 कैंडिडेट का स्टेटमेंट वीडियो कैमरे के सामने दर्ज किये जाने की कार्रवाई जारी है. पुलिस कमिश्नर के अनुसार पूछताछ पूरी होने के बाद सामने आये तथ्यों के आधार पर इन कैंडिडेट के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जायेगी. इन सभी 16 कैंडिडेट का रिजल्ट रोकने के लिए मेडिकल प्रवेश परीक्षा आयोजित करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को पहले ही पत्र भेजा जा चुका है.
क्या है मामला
दरअसल, 12 सितंबर 2021 को वाराणसी के सारनाथ क्षेत्र स्थित स्कूल में नीट-यूजी परीक्षा के दौरान सॉल्वर गैंग की साजिश का भंडाफोड़ हुआ था. त्रिपुरा की हिना बिश्वास की जगह नीट-यूजी की परीक्षा दे रही बीएचयू की बीडीएस की छात्रा जूली कुमारी को गिरफ्तार कर परीक्षा केंद्र से ही पुलिस ने उसकी मां बबिता देवी को भी पकड़ लिया था.
पूछताछ में दोनों से मिली जानकारी के आधार पर केजीएमयू के एमबीबीएस के छात्र सहित अब तक सात आरोपित को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसी के बाद सॉल्वर गैंग का मास्टरमाइंड पीके का नाम सामने आया था. मालूम हो कि सॉल्वर गैंग पैसा लेकर असली परीक्षार्थी की जगह दूसरे परीक्षार्थी को बैठा कर पेपर सॉल्व करवाते थे. इसमें मुख्य आरोपित सहित कई आरोपित बिहार से हैं.
Posted by: Radheshyam Kushwaha