पटना. पटना में कोविड संक्रमण लगातार कम होता जा रहा है. 24 घंटे में जिले में मात्र 66 नये कोरोना मरीज सामने आये हैं. ये मरीज जिले के विभिन्न लैबों में हुई जांच में मिले हैं. 24 घंटों के दौरान एम्स पटना की लैब में मात्र तीन केस मिले. जिले में विभिन्न जगहों पर हुए एंटीजन टेस्ट में 12 पाॅजिटिव मिले हैं.
आइजीआइएमएस की लैब में दो, इंदिरा डायग्नोस्टिक सेंटर लैब में एक, एलएनजेपी अस्पताल में एक, एनएमसीएच में सात, पैथकाइंड लैब में एक, पीएमसीएच की लैब में आठ, आरएमआरआइ की लैब में पांच, सरल पैैथ लैब में 17, थायरोकेयर डायग्नोस्टिक लैब में चार नये पाॅजिटिव केस मिले हैं.
जिले में एक्टिव केस की संख्या में भी तेजी से गिरावट आ रही है. सोमवार की सुबह आठ बजे तक जिले में कुल एक्टिव केसों की संख्या 1003 थी. इसमें सबसे अधिक केस पटना सदर में हैं, यहां 702 नये केस सामने आये हैं. इसके बाद सबसे अधिक मरीज फुलवारी शरीफ प्रखंड में हैं जहां इनकी संख्या 48 है.
इसके साथ ही दानापुर प्रखं ड में 48, संपतचक में 38, बाढ़ में 37, बिहटा में दस, विक्रम में 10, खुशरूपुर में 10 एक्टिव केस हैं. वहीं अन्य प्रखंडों में दस से कम एक्टिव केस हैं. उम्र के हिसाब से देखे तो सबसे अधिक एक्टिव केस 25 से 49 आयु वर्ग में है, इस वर्ग में 454 एक्टिव केस हैं.
इसके बाद 50 से 74 आयु वर्ग में 347 केस हैं. दूसरी ओर एक्टिव केसों में सबसे अधिक पुरुष हैं. जिले के 660 पुरुष और 343 महिलाएं अभी कोरोना पाॅजिटिव हैं.
कोरोना को लेकर दायर लोकहित याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश संजय करोल और न्यायाधीश एस कुमार की खंडपीठ ने केंद्र और राज्य सरकार से 11 जून तक यह पूछा है कि कोरोना से संबंधित आंकड़ों की जानकारी के लिए कितने पोर्टल काम कर रहे हैं. इनमें से कितने पोर्टल कोविड और उससे संबंधित मरीजों, उनकी मृत्यु और अन्य आंकड़े वाले हैं.
इन पोर्टल की जानकारियां सार्वजनिक रूप से साझा की जा रही हैं या नहीं. इन पोर्टल के लिए कितने एक्सपर्ट लोग हैं, पूरी जानकारी दी जाये. इसके साथ ही कोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से पूछा कि राज्य के अस्पतालों में वेंटिलेटर की क्या स्थिति है. कितने अस्पतालों में वेंटिलेटर हैं, कितने में नहीं. काम कर रहे हैं या नहीं इसकी पूरी जानकारी 11 जून को उपलब्ध करायी जाये. अगली सुनवाई 11 जून को फिर होगी.
Posted by Ashish Jha