नवादा : अनलॉक 4 में जिस तरह से देश भर में ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जा रहा है, उससे किऊल-गया रेलखंड अभी तक अछूता है. इस रेलखंड पर परिचालित होने वाली प्रतिदिन सात जोड़ी लोकल, एक जोड़ी एक्सप्रेस गया-हावड़ा व साप्ताहिक तीन जोड़ी ट्रेनों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. रेलवे द्वारा यहां क्लोन ट्रेन की भी व्यवस्था नहीं की गयी है. इससे इस रेलखंड के यात्रियों में मायूसी छायी हुई है. हालात यह हो गया है कि इस रेलखंड पर यात्रा करने वाले यात्रियों को सड़क मार्ग का सहारा लेना मजबूरी हो गया है. वर्तमान में इस रेलखंड पर केवल मालगाड़ियों के अलावा एक स्टाफ स्पेशल ट्रेन का ही परिचालन हो रही है. यात्रियों को मनमाने भाड़े देकर सड़क मार्ग से यात्रा करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं यहां फेरी करने वाला हॉकर भी पूरी तरह से बेरोजगार हो चुके हैं. दर्जनों हॉकर रोजगार के लिए भटकने को मजबूर हो गये हैं. इस रेलखंड पर काम करने वाले कर्मी ड्यूटी पर आते तो हैं, परंतु उनको कोई काम नहीं रहता है. दिनों भर काम के आभाव में पड़े रहते हैं.
अनलॉक चार में नौ सितंबर से नवादा रेलवे स्टेशन पर बना आरक्षण काउंटर को शुरू किया गया है. काउंटर खुलने के बाद महज 10 हजार तक का ही रिजर्वेशन टिकट बिक पा रहा है. बुकिंग सुपरवाईजर कृष्णनंदन कुमार ने बताया कि लोग आईआरटीसी से ऑनलाइन टिकट पहले ले लेते हैं, जिससे यहां लोग कम आ रहे हैं. इतना ही नहीं वेटिंग टिकट पर रोक लगने से भी आरक्षण काउंटर पर आय प्रभावित हो गया है. कोरोना काल से पहले सामान्य दिनों में आरक्षण काउंटर दो शिफ्टों में खुला करता था, परंतु इन दिनों मात्र एक शिफ्ट में ही खोली जा रही है. कुछ दिन पहले परीक्षा स्पेशल दो जोड़ी ट्रेनें दो सितंबर से 15 सितंबर तक चलाया गया था, उन दिनों लोकल टिकट काउंटर पर प्रतिदिन मात्र दो हजार तक का ही टिकट बिक पाता था. हालांकि, आम दिनों में टिकट काउंटर के हिसाब से प्रतिदिन 15 सौ यात्री टिकट खरीदा करते थे. अब ट्रेन नहीं चलने के कारण यह काउंटर बंद पड़ा है.
किऊल-गया रेलखंड पर चलने वाली चार जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों में गया-हावड़ा डेली, गया-कामाख्या प्रत्येक सप्ताह मंगलवार को, सुपर फास्ट भागलपुर-नयी दिल्ली प्रत्येक सप्ताह सोमवार को व बरौनी-सिकंदराबाद प्रत्येक सप्ताह बुधवार को चलती थी. लेकिन इन सभी ट्रेनों का परिचालन लॉकडाउन लागू होने के पूर्व से ही किऊल में इंटरलॉकिंग कार्य को लेकर बंद कर दिया गया था. जब से अब तक इन ट्रेनों का परिचालन बंद है.
posted by ashish jha