मुजफ्फरपुर के जूरन छपरा स्थत आई हॉस्पिटल मे मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने वाले सभी 65 लोगों की आंखो की रोशनी इन्फेक्शन के कारण चली गयी है. यह आशंका मंगलवार को आइ हॉस्पिटल पहुंची मेडिकल टीम ने जांच के बाद जतायी है. उधर, दूसरे दिन भी एसकेएमसीएच में तीन और पीड़ितों की आंखें निकाली गयी. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक सात लोगों की आंखे निकाली जा चुकी है.
डॉ एसपी सिंह के नेतृत्व मे पभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ हसीब असगर और नेत्र रोग विशेषज डॉ नीतू कुमारी ने आइ हॉस्पिटल में पीड़ित मरीजों की जांच की. जांच के दौरान टीम ने वहां मौजूद सात मरीजों की आंखों को देखा और उन्हे तत्काल एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया. इनकी आंखों में ऑप्थेल माइटिस संकमण हो गया है. इस कारण बुधवार को इन सभी मरीजों की आंखें निकाली जायेगी. एसकेएमसीएच के आइ बैक प्रभारी डॉ एमके मिश्रा ने इसकी पुष्टि की है.
जांच टीम के पहुंचते ही मचा हड़कंप
आई हॉस्पि टल में जांच टीम के पहुंचते ही हड़कंप मच गया. टीम ने कई मरीजों से पूछा कि किस तरह उनका ऑपेरेशन किया गया. दिक्कत कैसे हुई और आंख को आखिर क्यों निकालना पड़ा. ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर से भी पूछताछ की गयी.
तीन दिनों में मिलेगी जांच रिपोर्ट : मंगल पांडेय
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि जांच टीम ने अस्ताल के ओटी की मशीन का स्वाब लिया गया. साथ ही रिएजेंट का सैपल लिया गया है, जिससे ऑपरेशन के पूर्व आंख की सफाई की जाती है. जांच रिपोर्ट दो-तीन दिनों में प्राप्त हो जायेगी, जिससे पता चलेगा कि मरीजों की आंखों में संकमण फैलने की वजह क्या रही है.
ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों से टीम ने की बात
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसपी सिंह के नेतृत्व मे चिकित्सकों के दल ने मरीजों के साथ ही अस्पताल प्रबंधन व ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों से बातचीत की. ऑपरेशन थिएटर से इन्फेक्शन फैलने की आशंका होने पर उसे सील करा दिया गया है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha