Opposition Meeting: बेंगलुरू में विपक्षी पार्टी का महाजुटान, बंद कमरे में हो रही बैठक, यहां देखें Photos
Opposition meeting in Bengaluru: बेंगलुरु में विपक्षी एकता सम्मेलन का दूसरा दिन शुरू हो गया है. विपक्षी नेताओं की 11 बजे से शाम 4 बजे तक बैठक होगी. इस बैठक में 2024 चुनाव को लेकर रणनीति बनेगी. कहा जा रहा है कि बैठक में 6 एजेंडे पर विस्तार से चर्चा होगी.
Opposition meeting in Bengaluru Photo: बेंगलुरु में विपक्षी एकता सम्मेलन का दूसरा दिन शुरू हो गया है. विपक्षी नेताओं की 11 बजे से शाम 4 बजे तक बैठक होगी. इस बैठक में 2024 चुनाव को लेकर रणनीति बनेगी. कहा जा रहा है कि बैठक में 6 एजेंडे पर विस्तार से चर्चा होगी.
मंगलवार की बैठक का एजेंडा सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पढ़ा, जिसमें पार्टियों को वार्ता में अपने सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया गया. मोटे तौर पर एजेंडे में छह प्रस्ताव शामिल हैं.
2024 के आम चुनावों के लिए गठबंधन के लिए एक सामान्य एजेंडा और संचार बिंदुओं का मसौदा तैयार करने के लिए अलग-अलग उपसमितियां स्थापित करना, रैलियों, सम्मेलनों और आंदोलनों सहित पार्टियों के लिए एक संयुक्त कार्यक्रम तैयार करना, राज्य दर राज्य आधार पर सीट-बंटवारा तय करना, गठबंधन के लिए एक नाम का सुझाव, इसके लिए एक सामान्य सचिवालय स्थापित करना और ईवीएम पर चर्चा और चुनाव आयोग को सुधारों का सुझाव देना
ममता बनर्जी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी की सोमवार को दो साल बाद मुलाकात हुई.दोनों ने एक दूसरे के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और हालचाल जाना. इस दौरान राजनीतिक चर्चा भी हुई
बेंगलुरू में आयोजित विपक्षी पार्टियों की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, UPA प्रमुख सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी हुए शामिल.
विपक्ष कभी एकजुट नहीं होगा- चिराग पासवान के चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा कि आज NDA गठबंधन की बैठक हो रही है. मैं भी इस बैठक में जा रहा हूं. 2024 को फिर से चुनाव में NDA गठबंधन को दो तिहाई बहुमत मिलेगा. 23 जून को भी विपक्ष की बैठक हुई थी. लेकिन क्या हुआ? उस बैठक में जो 17 दल के नेता आए थे उनमें से 3 नेता NDA गठबंधन में चले आए हैं. विपक्ष कभी एकजुट नहीं होगा
आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को पटखनी देने के लिए विपक्ष एकजुट हो रहा है. वहीं विपक्ष के मंसूबे पर पानी फेरकर फिर से एकबार दिल्ली की गद्दी पर कब्जा जमाने के लिए एनडीए ने भी अपनी पूरी ताकत झोंकनी शुरू कर दी है.
दोनों गठबंधनों की ओर से अन्य पार्टियों को एकजुट करके अपने खेमे को मजबूत किया जा रहा है. इन दोनों बैठकों का केंद्रबिंदु एकतरह से बिहार ही है. दरअसल, बिहार में अब सियासी समीकरण बदल गए हैं जिसका असर पूरे देश की सियासत पर पड़ने वाला है. पूर्व में भी इसका असर दिख चुका है. इसलिए दोनों खेमा अपनी ताकत को और मजबूत करने में जुटा है.
बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम जानते हैं कि राज्य स्तर पर कुछ पार्टियों में मतभेद है पर ये मतभेद वैचारिक नहीं हैं. ये मतभेद इतने बड़े नहीं हैं कि हम आम आदमी, युवाओं, गरीबों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के लिए इन्हें अपने पीछे नहीं रख सकते हैं.
खरगे ने कहा कि कांग्रेस को सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विपक्ष की बैठक में शामिल हो रही है, लेकिन सत्ता में हमारी दिलचस्पी नहीं है.