पटना. बिहार में यूरिया खाद के संकट को लेकर किसानों के बीच हाहाकार मचा हुआ है. किसान दुकान-दुकान खाक छानते दिख रहे हैं. लेकिन खाद नहीं मिल रही है. भोजपुर जिले के दिनारा में खाद बांटने की जैसे ही सूचना मिली, दिनारा बिस्कोमान भवन पर खाद लेने के लिए महिला और पुरुषों की लंबी कतार लग गयी. किसानों में यूरिया संकट को लेकर नाराजगी देखने को मिल रही है. इधर, कैमूर जिले में भी यूरिया के लिए किसान दर-दर भटक रहे है. दुर्गावती प्रखंड के किसानों को यूरिया खाद के लिए खाद क्रय केंद्रों पर घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है. घंटों लाइन में खड़े होने के बावजूद भी खाद मिलेगी कि नहीं यह कहना मुश्किल हो जा रहा है. कितने किसान घंटों लाइन में खड़े होने के बाद भी मायूस होकर घर लौट जा रहे हैं. गेहूं की बुआई के बाद इन दिनों खाद की डिमांड शुरू हो गयी है.
कैमूर जिले के दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र के बिस्कोमान केंद्र भेरिया सहित आधा दर्जन केंद्रों पर सोमवार को यूरिया खाद का वितरण हो रहा था. कृषि विभाग के अनुसार, बिस्कोमान केंद्र भेरिया में 1100 बोरा, डिड़खिली में 300 बोरा, मरहियां में 300 बोरा, दुर्गावती में 300 बोरा, चेहरिया में प्रदीप के यहां 200 बोरा तथा रामकरण के यहां 200 बोरा टोटल 2400 बोरा यूरिया आया था. उसका वितरण सोमवार को हो रहा था. खाद की खेप आने की सूचना जैसे ही किसानों को हुई. अपने-अपने खाद केंद्रों पर सुबह से ही केंद्रों पर पहुंचने लगे और कतार लगा कर खड़े हो गये.
Also Read: शीतलहर और कोहरे से सब्जियों की फसलों पर खतरा, कृषि विभाग ने किसानों को चेताया, ऐसे करें बचाव
खाद की खेप काफी कम आने से किसानों को खाद लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. किसी किसान को खाद मिली, तो किसी किसान को खाद नहीं मिली. चेहरिया स्थित प्रदीप दुकान पर किसानों की लंबी कतार सुबह से ही लगी हुई थी. काफी अफरातफरी के बीच किसान का वितरण चल रहा था. बहुत से किसानों को मायूस होकर भी लौटना पड़ा. उसी तरह दुर्गावती में भी किसानों की लंबी कतारें खाद लेने के लिए देखी गयी. इधर, पुसौली में सोमवार को खाद दुकानों खुलने के साथ ही यूरिया खत्म हो गया. इसके कारण कई किसान बिना खाद के ही वापस लौटने को मजबूर रहे.