बिहार में अब ओवर स्पीड ड्राइविंग करना पड़ेगा महंगा, कैमरे से होगी निगरानी और कट जायेगा चलान
राज्यभर में एनएच, एसएच, ग्रामीण या शहरी सड़कों पर ओवर स्पीड या ओवरटेक कर आगे निकलने वालों पर परिवहन विभाग जल्द ही अंकुश लगायेगा. विभाग ने यह तय किया है कि 2030 तक राज्य भर में रोड एक्सीडेंट को 50 प्रतिशत से भी कम कर लिया जायेगा.
पटना . राज्यभर में एनएच, एसएच, ग्रामीण या शहरी सड़कों पर ओवर स्पीड या ओवरटेक कर आगे निकलने वालों पर परिवहन विभाग जल्द ही अंकुश लगायेगा. विभाग ने यह तय किया है कि 2030 तक राज्य भर में रोड एक्सीडेंट को 50 प्रतिशत से भी कम कर लिया जायेगा.
इसको लेकर हर साल सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के तहत लोगों को जागरूक किया जा रहा है. अब विभाग ने एक माह में ओवर स्पीड को रोकने के लिए कई डिवाइस की खरीद कर ऐसे वाहन मालिकों पर जुर्माना लगाने की तैयारी की है.
विभाग के मुताबिक ओवर स्पीड और ओवरटेक के चक्कर में सबसे अधिक मौतें हो रही हैं.डिवाइस खरीदने की प्रक्रिया पूरी हो गयी है. विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए विभाग ने लक्ष्य तैयार किया है. इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है. जल्द ही डिवाइस के माध्यम से स्पीड ड्राइविंग एवं ओवरटेक करने वालों पर जुर्माना लिया जायेगा.
यह है आंकड़ा
साल दुर्घटना मौतें
2017 8855 5554
2018 9600 6729
2019 10007 7202
2020 8063 6634
यह लिया गया है निर्णय और इनकी होगी खरीद
स्पेशल पेट्रोलिंग होगी, जिसके लिए यातायात पुलिस की तैनाती ग्रामीण सड़कों पर भी होगी. वारलेस व वॉकी टॉकी से करेंगे निगरानी. पेट्रोलिंग के लिए इंटरसैप्टर वैकिल की खरीद होगी, जिनमें ब्रेथ एनालाइजर, स्पीडगन एवं एनपीआर कैमरा होगा. इससे शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की पहचान होगी व कोई यातायात नियमों को तोड़कर भागेगा, तो उस गाड़ी के नंबर प्लेट को कैच कर लेगा.