Oxygen और Remdesivir ठगी मामले में बड़ा खुलासा, नालंदा से लेकर नवादा तक एक्टिव है गैंग, 140 फोन नंबर के जरिए लोगों को बनाते हैं शिकार

Bihar News in Hindi: बिहार के 140 से अधिक फोन नंबरों के माध्यमों से सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन व रेडेमेसीवीर आदि दवाओं के नाम पर फ्रॉड किया जा रहा है. सोमवार के अहले सुबह इसका खुलासा तब हुआ जब दिल्ली की स्पेशल पुलिस टीम दानापुर के तकिया पर छापेमारी करने पहुंच गयी. दिल्ली पुलिस के साथ बिहार आर्थिक अपराध इकाई के एडिशनल एसपी विश्वजीत दयाल की टीम ने दानापुर के तकीया पर छापेमारी कर किशन कुमार व समीर खान की गिरफ्तारी की.

By Prabhat Khabar News Desk | May 10, 2021 7:18 PM

बिहार के 140 से अधिक फोन नंबरों के माध्यमों से सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन व रेडेमेसीवीर आदि दवाओं के नाम पर फ्रॉड किया जा रहा है. सोमवार के अहले सुबह इसका खुलासा तब हुआ जब दिल्ली की स्पेशल पुलिस टीम दानापुर के तकिया पर छापेमारी करने पहुंच गयी. दिल्ली पुलिस के साथ बिहार आर्थिक अपराध इकाई के एडिशनल एसपी विश्वजीत दयाल की टीम ने दानापुर के तकीया पर छापेमारी कर किशन कुमार व समीर खान की गिरफ्तारी की. एडिशनल एसपी ने बताया कि बीते दिनों दिल्ली में ऑक्सीजन व रेमेडेसीवीर के साथ अन्य आवश्यक दवाओं की जरूरत लोगों को पड़ी तो बिहार के साइबर अपराधियों ने इसका फायदा उठाना शुरू कर दिया.

दिल्ली पुलिस के अनुसार मात्र एक सप्ताह में इन दवाओं के नाम पर दिल्ली में सैकड़ों लोगों के साथ साइबर फ्रॉड किया गया है. एक सप्ताह में ही स्पेशन टीम ने 300 से अधिक प्राथमिकी दर्ज की है. सभी कांडों की समेकित रूप से पड़ताल के बाद पता चला कि इसमें 140 फोन नंबर बिहार के साइबर फ्रॉड से जुड़े हैं. इसके बाद कार्ययोजना बना कर बिहार में छापेमारी शुरू की गयी है.

चार लाख का किया था फ्रॉड- इओयू की टीम ने बताया कि बीते कई दिनों से सोशल मीडिया के माध्यम से दिल्ली में सक्रिय थे. ये लोग सोशल मीडिया पर अपना फोन नंबर पोस्ट कर तत्काल ऑक्सीजन सिलेंडर, रेडेमेसीवीर सहित अन्य दवाओं को उपलब्ध कराने का दावा करते थे. जैसे ही कोई पीड़ित मरीज के परिजन इनके फोन नंबर से संपर्क करते तो उन्हें कहा जाता कि अभी एक घंटा के भीतर ऑक्सीजन आदि मिल जायेगा. इस बैंक खाता या पेटीएम के माध्यम से आप तुरंत पेमेंट कर दीजिए. जैसे ही पेमेंट होता उसके साथ साइबर फ्रॉड कर लिया जाता. इस तरह इन लोगों ने चार लाख रुपये जमा कर लिये थे. जिसे पुलिस टीम ने बैंक खाते के साथ फ्रिज कर दिया है. इओयू की टीम ने बताया कि उनकी निशानदेही पर अन्य साइबर फ्रॉडों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. इनका पूरा टीम काम कर रहा है.

कई जिलों में काम कर रहा गैंग- पहले से अन्य साइबर फ्रॉड के लिए सक्रिय पटना, नवादा, नालंदा आदि जिलों में कई साइबर फ्रॉड इन दिनों ऑक्सीजन सिलेंडर और रेमेडेसीवर आदि जरूरी दवाओं को उपलब्ध कराने के नाम पर साइबर फ्रॉड में सक्रिय हो गये हैं. दिल्ली पुलिस के साथ मिल कर बिहार की इओयू टीम इन सभी साइबर फ्राॅड का डेटा तैयार कर रही है. हाल में ही नालंदा में छापेमारी कर ऐसे आठ-नौ साइबर फ्रॉड को गिरफ्तार किया गया है. आने वाले एक दो दिनों में जल्द ही और गिरफ्तारियां की जायेगी.

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Posted By : Avinish Kumar mishra

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