आनंद तिवारी/पटना. आयुष्मान योजना के तहत इलाज कराने वाले मरीजों के लिए अच्छी खबर है. योजना में बदलाव करने की तैयारी की जा रही है. करीब 650 तरह के पैकेज बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. योजना के अंतर्गत आने वाले सभी मरीजों के लिए अब एमआरआइ, पैट स्कैन समेत कई महंगी जांचें भी मुफ्त हो सकेंगी. इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय आयुष्मान योजना में जांच का बजट बढ़ाने जा रहा है. अभी तक रेडियोलॉजी जांच के लिए साल में 5 हजार रुपये की राशि ही तय होने से महंगी जांच कराने के लिए मरीज को खुद भुगतान करना पड़ता था. अब इलाज के कुल पैकेज में सभी तरह की रेडियोलॉजिकल जांचों का शुल्क भी जोड़ा जायेगा.
अधिकारियों के मुताबिक केंद्र सरकार के नेशनल हेल्थ ऑथोरिटी ने प्रदेश स्वास्थ्य विभाग को इसका प्रस्ताव भेज दिया है. हालांकि इसमें शर्त रखी गयी है कि इस योजना का 40 प्रतिशत खर्च प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग व 60 प्रतिशत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भुगतान किया जायेगा. वहीं आयुष्मान योजना में बीमारी के हिसाब से जांच की फीस भी पैकेज में जोड़ी जायेगी, ऐसे में मरीजों को जांच के लिए पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे. जोड़े जाने वाले करीब 650 तरह के पैकेज की सूची जल्द ही जारी की जायेगी. वहीं स्वास्थ्य विभाग के सचिव कौशल किशोर ने बताया कि योजना के तहत लगातार राहत दी जा रही है. कई जांच पहले से ही योजना के तहत शामिल हैं. अब कुछ अन्य पैकेज को भी जोड़ा जायेगा. इसमें संशोधन की बात की जा रही है. आयुष्मान के तहत पंजीकृत मरीज सरकारी और निजी अस्पताल में पांच लाख तक का इलाज नि:शुल्क करा सकते हैं.
जांचों के लिए पांच हजार रुपये का शुल्क तय रहने से कैंसर, न्यूरो और दिल की गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों को दिक्कत हो रही थी. हालांकि सरकारी अस्पतालों में संबंधित जांच आसानी से हो जाती थी, लेकिन कुछ प्राइवेट अस्पताल जांच कराने से कतराते थे. मरीज के परिजनों की मानें, तो एमआरआइ जांच 3500 से सात हजार रुपये में जबकि पैट स्कैन 11 से 15 हजार रुपये में होती है. सीटी स्कैन एक से डेढ़ हजार रुपये में होता है. ऐसे में ये जांचें तय रेट में कराना मुश्किल होता था.
आयुष्मान योजना के तहत राज्य में कुल लक्ष्य के अब तक 31.5 फीसदी परिवारों को जोड़ा जा चुका है. राज्य में अब तक 73 लाख 20 हजार व्यक्तियों को आयुष्मान कार्ड (गोल्डन कार्ड) प्रदान किया गया है. राज्य में आयुष्मान भारत योजना के तहत कुल लक्षित परिवारों के कुल 5 करोड़ 50 लाख व्यक्ति लाभुक हैं. इनको लगातार योजना के तहत पंजीकृत सरकारी एवं निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है. राज्य में आयुष्मान भारत योजना के सभी लाभुक परिवारों व व्यक्तियों को बीमार होने पर बिना कार्ड के भी तत्काल इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिया गया है.