पटना. राज्य के 13 जिलों में औसत से कम वर्षां होने से धान का उत्पादन कम हो सकता है़ कम वर्ष के प्रभाव को कम से कम करने के लिये कृषि विभाग वैकल्पिक व्यवस्था बना रहा है़ ऊर्जा विभाग को पत्र लिखा गया कि कि प्रभावित जिलों में धान की खेती के पटवन के लिए प्राथमिकता से भरपूर बिजली उपलब्ध कराये़
कृषि विभाग नालंदा, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, गया, अरवल, नवादा, औरंगाबाद, बेगूसराय, शेखपुरा, जमुई, खगड़िया और सहरसा में औसत से कम वर्षा हुई है़ इससे धान की फसल प्रभावित होने की संभावना है़ कृषि मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को प्लान बनाने को कहा है़ किसान वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सिंचाई कर सकें इसके लिये
ऊर्जा विभाग से अनुरोध किया गया है कि इन 13 जिलों में प्राथमिकता से जरूरत के अनुसार बिजली की आपूर्ति की जाये़ कृषि अधिकारी निगरानी कर रहे है़ं जरूरत पर डीजल अनुदान देने की भी तैयारी की जा रही है़
कृषि मंत्री डा. प्रेम कुमार ने औसत से कम वर्षा वाले जिलों का दौरा शुरू कर दिया है़ मंत्री ने बताया कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है़ विभाग पूरी स्थिति पर नजर बनाये है़ मंत्री गया, औरंगाबाद, अरवल आदि जिलों का भ्रमण कर रहे है़ं सोमवर को वह टनकूप्पा और फतेहपुर प्रखंड के विभिन्न गांवों का दौरा किया़
posted by ashish jha