Panchayat Election 2021 : बिहार में पंचायत चुनाव 2021 से पहले निर्वाचन आयोग की टेंशन बढ़ गई है. दरअसल, इस बार वार्ड सदस्य सहित कई पदों पर उम्मीदवार अधिक होने की उम्मीद जताई जा रही है, जिसके कारण सिंबल को लेकर आयोग में माथापच्ची शुरू हो गई है. बताते चलें कि बिहार में इस साल कई राजनीतिक दल सीधे तौर पर चुनावी मैदान में उतरने की बात कह चुके हैं. बिहार में होली (Holi) के बाद कभी भी पंचायत चुनाव का ऐलान हो सकता है.
पंचायत चुनाव (Panchayat Chunav) में हर पद के प्रत्याशियों के लिए सिंबल का निर्धारण किया गया है. सर्वाधिक एक लाख 14 हजार वार्ड सदस्यों के पदों पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की संख्या बढ़ने की संभावना को देखते हुए इसके लिए सिंबलों की संख्या बढ़ायी जा सकती है. फिलहाल वार्ड सदस्यों के प्रत्याशियों के लिए पांच ही सिंबल निर्धारित हैं. इनमें वायुयान, अलमारी, कुल्हाड़ी, गुब्बारा व केला सिंबल शामिल हैं. सरकार द्वारा वार्ड सदस्यों के पद की जिम्मेदारी बढ़ाने के बाद इस पद को लेकर प्रत्याशियों की रूचि बढ़ी है.
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लड़नेवाले प्रत्याशियों के लिए अलग-अलग पदों के लिए सिंबल निर्धारित किये गये हैं. पांच सिंबल वार्ड सदस्य पद पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के लिए निर्धारित किये गये हैं. पंचायत चुनाव में सर्वाधिक सिंबल मुखिया (Mukhiya Chunav) पद के प्रत्याशियों के लिए निर्धारित किया गया है. मुखिया पद के लिए कुल 29 सिंबल निर्धारित हैं. राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा हर पद के लिए अलग-अलग सिंबलों का निर्धारण किया गया है.
मुखिया पद के चुनाव के लिए मोतियों की माला, ब्लैक बोर्ड, कलम और दवात, ईंट, पुल, बैगन, ब्रश, कैमरा, चिमनी, मोमबत्तियां, कार, गाजर, जग, टेलीविजन, टोकरी, बल्ला, केतली व कैरम बोर्ड जैसे कुल 29 सिंबल निर्धारित हैं. इसी प्रकार से ग्राम कचहरी के सरपंच पद के प्रत्याशियों के लिए 19 सिंबलों का निर्धारण किया गया है. इनमें मोटरसाइकिल, नल, जीप, टमटम, छाता, टेलीफोन, ट्रक, पानी का जहाज, चरखा व तलवार जैसे सिंबल निर्धारित हैं. ग्राम कचहरी के पंचों के लिए गुड़िया, चापाकल, कुर्सी, टार्च व ट्रैक्टर के सिर्फ पांच सिंबल ही निर्धारित हैं.
Posted by : Avinish kumar mishra