पटना में तीन लोगों की संदिग्ध मौत से हड़कंप, पांच लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती

मरने वाले लोगों में 52 वर्षीय संजय सिंह, 30 वर्षीय रामनाथ कुमार व 32 वर्षीय राकेश कुमार शामिल हैं. संजय सिंह व रामनाथ कुमार की मृत्यु बुधवार की रात हो गयी. जबकि राकेश कुमार की मृत्यु गुरुवार को हो गयी.

By Ashish Jha | October 5, 2023 8:08 PM

पटना. गर्दनीबाग थाने के जनता रोड यादव लेन में रहने वाले तीन लोगों की मौत 24 घंटे के अंदर में हो गयी, जबकि पांच लोग संतोष कुमार, उनके बेटे साकेत कुमार, सुमित कुमार, हाजीपुर व 90 फुट इलाके के रहने वाले दो लोग अस्पताल से इलाज कराने के बाद घर आ गये हैं. लेकिन अभी उनकी भी स्थिति पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है. जबकि पांच अन्य सुबोध कुमार, विनोद प्रसाद, राजू प्रसाद, कृष्ण मुरारी व गूंगा का अभी भी इलाज चल रहा है.

सभी एक साथ कैमूर स्थित गुप्ताधाम गये थे

मरने वाले लोगों में 52 वर्षीय संजय सिंह, 30 वर्षीय रामनाथ कुमार व 32 वर्षीय राकेश कुमार शामिल हैं. संजय सिंह व रामनाथ कुमार की मृत्यु बुधवार की रात हो गयी. जबकि राकेश कुमार की मृत्यु गुरुवार को हो गयी. संजय सिंह, रामनाथ, राकेश कुमार सहित अपने मुहल्ले के 13 लोगों के साथ 10 सितंबर को तीर्थ यात्रा के लिए पटना से ट्रेन से एक साथ कैमूर स्थित गुप्ताधाम गये थे. घूमने जाने वालों में एक हाजीपुर व एक मलाही पकड़ी 90 फुट के भी रहने वाले थे.

सभी लोग एक-एक कर बीमार पड़ने लगे

ये सभी 15 सितंबर को वापस लौट गये. पटना आने के करीब एक सप्ताह बाद ही सभी लोग एक-एक कर बीमार पड़ने लगे. सभी को तेज बुखार हो गया था और दवा के बावजूद उतरने का नाम नहीं ले रहा था. सभी लोग अपने-अपने स्तर पर इलाज कराने लगे और अस्पताल में भर्ती हो गये. तीन की मौत हो गयी. हालांकि अन्य की तबीयत अस्पताल में धीरे-धीरे ठीक होने लगी और वे लोग वापस अपने घर आ गये हैं. यादव लेन के रहने वाले संताेष कुमार व उनका 13 वर्षीय बेटा साकेत कुमार भी इलाज के बाद घर लौट गया है.

11 सितंबर को पहुंचे थे सासाराम

जनता रोड यादव लेन, 90 फुट रोड, बटुकेश्वर नाथ लेन व हाजीपुर के रहने वाले 13 लोग गुप्ता धाम जाने के लिए 10 सितंबर काे ट्रेन से निकले. 11 सितंबर को सभी सासाराम पहुंचे. इसके बाद चेनारी गये और फिर गुप्ताधाम जाने के लिए पैदल निकल गये. पहाड़ पर स्थित गुप्ताधाम में दर्शन के लिए जाने के क्रम में रास्ते में एक झोपड़ी में भी रूके और खाना बना कर खाया. इसके बाद गुप्ता धाम से सभी 14 सितंबर को निकले और 15 सितंबर को पटना पहुंच गये. इसके एक सप्ताह के बाद ही बीमार पड़ने लगे.

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तीनों की मृत्यु अस्पताल में इलाज के दौरान हुई

संजय सिंह, रामनाथ कुमार और राकेश कुमार की मृत्यु अस्पताल में ही इलाज के दौरान हो गयी. तीनों अलग-अलग अस्पताल में एडमिट थे. संजय सिंह चालक का काम करते हैं और तबीयत खराब होने के बाद न्यू बाइपास स्थित संगम अस्पताल में भर्ती हुए थे. वहां ही उनकी मृत्यु हो गयी. रामनाथ भी चालक का काम करते हैं और उनकी भी मृत्यु फोर्ड अस्पताल में हुई. जबकि राकेश कुमार ट्रांसपोर्टर थे और बटुकेश्वर नाथ लेने में रहते थे. इलाज के लिए राकेश कुमार एम्स में भर्ती थे.

सभी के शरीर में लगभग एक ही लक्षण थे

इन तीनों के परिजन धनंजय कुमार, सुदामा राय आदि ने बताया कि गुप्ता धाम से लौटने के बाद सभी के शरीर में लगभग एक ही लक्षण थे. सभी को तेज बुखार बार-बार आ रहा था. इसके बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां चिकित्सकों ने कहा कि इन लोगों का लीवर व किडनी फेल हो गये हैं. इधर, तीन लोगों की 24 घंटे में मौत की खबर के बाद पूरा मुहल्ला गमगीन हो गया.

मोहल्ले के लोगों का बयान

स्थानीय लोगों ने कहा कि 13 लोग रोहतास के गुप्ताधाम घूमने के लिए गए थे. वहां से पटना वापस लौटने के बाद 10 लोगों की तबीयत बिगड़ गई. जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है. फिलहाल पांच लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. तीन लोगों की मौत से इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है. लोगों का कहना है कि सभी ने गुप्ताधाम में बारिश और कुआं का पानी पी लिया था, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई. बताया जा रहा है कि सभी को किडनी और लीवर में परेशानी की शिकायत आ रही है. मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया है.

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