पटना. जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने मंगलवार को लोजपा-रामविलास चिराग पासवान के पटना स्थित घर पर मुलाकात की. मुलाकात के दौरान उन्होंने 12 जनपथ को खाली कराये जाने के तरीके पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि रामविलास मेरे पिता समान थे. हमलोग ने काफी लंबे समय तक साथ राजनीति की. ऐसे में उनकी तस्वीरों को सड़क पर फेंका हुआ देखना दुखदायी रहा. उनकी तस्वीर को जमीन पर फेंकना दलितों का अपमान है. पप्पू यादव ने कहा कि हमलोग की मेंटालिटी एक जैसी है. हमलोग आपस में भाई हैं और हमेशा रहेंगे.
इससे पहले सोमवार को राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक चिराग पासवान से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान हमारे बड़े भाई की तरह रहे हैं. जिस तरह से उन्हें बेघर किया गया, उनकी तस्वीर और बाबा साहब की मूर्ति को सड़क पर फेंका गया उससे हम सभी दुखी हैं. श्याम रजक ने कहा कि हम चिराग पासवान से मिलकर उनका दुख बांटने आये हैं.
चिराग से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि एक तरफ भाजपा सरकार रामविलास पासवान को पद्मश्री देती है. दूसरी तरफ उनकी फोटो सड़क पर फेंकवा देती है. ऐसा कर भाजपा ने उनके साथ भी किया है. चिराग ने मोदी, योगी और अमित शाह के खिलाफ में कभी नहीं बोला, फिर भी भाजपा ने उन्हें धोखा दिया है. भाजपा भूल रही है चिराग के पास 4 से 6 प्रतिशत वोट है. अगर चिराग चाह लें तो भाजपा को उनकी औकाद दिखा सकते हैं.
पप्पू यादव ने कहा कि उनकी तबीयत अभी खराब है, बावजूद इसके वो चिराग से मिलने आये हैं. मिलने से कुछ देर पहले ही पप्पू को स्लाइन चढ़ी थी. आज शाम 4 बजे वे इलाज के लिए दिल्ली चले गये. गठबंधन के सवाल पर पप्पू यादव ने कहा कि ये औपचारिक मुलाकात है. हर मुलाकात के राजनीतिक मायने नहीं होते. हमलोग भाई हैं और इसलिए मिलने आए हैं. उन्होंने कहा कि हमलोगों की लड़ाई एक है. हम दबे-कुचले लोगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे.
पप्पू यादव ने कहा कि चिराग जब भी मुसीबत में होंगे मैं उनके साथ खड़ा रहूंगा. मुसीबत में उन्हें अकेला नहीं छोड़ सकते हैं. गरीबों के लिए रामविलास पासवान से बड़ी पर्सनालिटी के नेता अब तक पूरे बिहार में नहीं हुए हैं.