पटना में लोजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज, नये पार्टी अध्यक्ष का होगा चुनाव
लोजपा संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद पशुपति कुमार पारस बुधवार की शाम करीब चार बजे पटना पहुंचे. इसके साथ ही उनके गुट ने पार्टी के नये अध्यक्ष चुने जाने की कवायद तेज कर दी है. एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ ने फूल-मालाओं के साथ उनका स्वागत किया.
पटना. लोजपा संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद पशुपति कुमार पारस बुधवार की शाम करीब चार बजे पटना पहुंचे. इसके साथ ही उनके गुट ने पार्टी के नये अध्यक्ष चुने जाने की कवायद तेज कर दी है. एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ ने फूल-मालाओं के साथ उनका स्वागत किया.
उनके साथ कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजभान सिंह, सांसद चंदन सिंह आदि मौजूद थे. वहां से उनका काफिला पार्टी कार्यालय पहुंचा और जहां उन्होंने मीडिया से कहा कि पार्टी की बैठक में चिराग पासवान को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. गुरुवार को पटना में लोजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें नये राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा.
गेट पर दिखाये काले झंडे, विरोध में लगाये नारे
बुधवार को जब शाम साढ़े चार बजे के लगभग पशुपति कुमार पारस लोजपा के प्रदेश कार्यालय पहुंचे तो उन्हें कुछ कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा. लगभग एक दर्जन युवा कार्यकर्ताओं ने पारस को काले झंडे दिखाये. चिराग पासवान जिंदाबाद व पारस मुर्दाबाद के नारे लगाये. वहां थोड़ी देर के लिए ऐसी स्थिति बनी कि पारस गुट व चिराग गुट के समर्थक आमने-सामने आ गये.
आपस में भिड़ंत की नौबत आ गयी. हालांकि, पार्टी दफ्तर पर मजिस्ट्रेट के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती थी, इसलिए मामला अधिक बिगड़ने से पहले ही शांत हो गया. इसके बाद पार्टी दफ्तर का गेट बंद हो गया और चिराग समर्थकों को अंदर नहीं जाने दिया गया. वहीं, पारस गुट के समर्थकों ने पार्टी दफ्तर पर भी ढोल-बाजे के साथ स्वागत किया.
सूरजभान सिंह के आवास पर होगी बैठक
पशुपति कुमार पारस ने कहा कि गुरुवार को कंकड़बाग स्थित सूरजभान सिंह के आवास पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा. इसके बाद पार्टी की आगे की गतिविधि संचालित की जायेगी.
गौरतलब है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद पारस गुट केंद्रीय चुनाव आयोग के सामने अपना दावा करेगा. वहीं, पारस के साथ पहुंचे सूरजभान सिंह ने कहा कि वो पार्टी को भी बचायेंगे व परिवार को भी.
उधर लोजपा अध्यक्ष के रूप में चिराग पासवान ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को पत्र लिखकर पशुपति कुमार पारस को संसदीय दल के नेता के रूप में मान्यता देने पर विरोध जताया है.
चिराग ने कहा कि संसदीय दल के नेता का चयन केंद्रीय संसदीय बोर्ड करता है. जिन सांसदों ने संसदीय दल के नेता का चयन किया, उन सांसदों को पार्टी ने बाहर कर दिया है. ऐसे में संसदीय दल के नेता के रूप में पशुपति कुमार पारस को मान्यता देने असंवैधानिक है.
Posted by Ashish Jha