पटना. एसडीआरएफ की टीम ने शुक्रवार की दोपहर पूरे परिवार को डूबने से बचा कर उन्हें नयी जिंदगी दी. मामला दीघा थाने के जनार्दन घाट का है. दरअसल 15 अक्तूबर को दोपहर 1:25 बजे पुनाईचक के रहने वाले प्रमोद कुमार अपनी पत्नी और बेटी के साथ गंगा में स्नान करने गये. इस दौरान आठ वर्षीय बेटी रौशनी को डूबता देख पिता प्रमोद कुमार व माता ने भी नदी में छलांग मार दी.
बेटी को बचाने की कोशिश कर रहे माता-पिता भी डूबने लगे. विसर्जन को लेकर घाट पर सब इंस्पेक्टर रघुवर सिंह के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम को तैनात की गया था. घटना होते ही टीम में शामिल बचावकर्मी सिपाही गंगाराम, गुलजार आलम व देवेंद्र कुमार तुरंत सक्रिय हुए और मोटरबोट से उन तीनों तक पहुंच गये और लाइफ बोट फेंक कर तीनों को बचा लिया.
रौशनी के पेट में काफी पानी चला गया था. टीम ने रौशनी को प्राथमिक उपचार दिया और पेट से पानी निकाल दिया. इसके कारण वह होश में आ गयी. थोड़ी देर बाद बच्ची ने जवान को थैंक्यू अंकल कहा. माता-पिता ने भी भावुक हो कर टीम से कहा-आप भगवान बनकर आये और हमें दोबारा जिंदगी दी.
Posted by: Radheshyam Kushwaha