IIT Patna : कंपनियां जेंडर नहीं स्किल देखती हैं, टेक व आइटी सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी में तेज वृद्धि
टेक इंडस्ट्री एवं आइटी सेक्टर में महिलाओं की सहभागिता में तेजी से वृद्धि हुई है और आज कंपनियां अपने जेंडर गैप में सुधार लाने के लिए फ्लैक्सिबिलिटी व कई तरह के सहयोग महिला कर्मियों को प्रदान कर रही हैं.
आइआइटी पटना के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग की ओर से शनिवार शाम को द राइज ऑफ वुमन इन टेक विषय पर ऑनलाइन इंटरएक्टिव पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया. डिस्कशन के मुख्य वक्ता कृतिका रामपाल (फाउंडिंग प्रेसिडेंट, नेक्स्ट जेन, डिजाइन इंजीनियर, इंटेल), पूजा भौमिक (गूगल डेवलपर एक्सपर्ट) व अंशिका गुप्ता (लिंक्डइन टॉप वाइस) ने अपनी जर्नी व टेक इंडस्ट्री के विभिन्न पहलुओं से आइआइटी पटना के छात्रों को अवगत कराया.
डिस्कशन में वक्ताओं ने टेक इंडस्ट्री के बारे में बताया कि यह एक मेल डोमिनेटेड इंडस्ट्री थी, लेकिन कुछ दशकों में टेक इंडस्ट्री एवं आइटी सेक्टर में महिलाओं की सहभागिता में तेजी से वृद्धि हुई है और आज कंपनियां अपने जेंडर गैप में सुधार लाने के लिए फ्लैक्सिबिलिटी व कई तरह के सहयोग महिला कर्मियों को प्रदान कर रही हैं. बेहतर समय प्रबंधन, ऑनरशिप, बेहतर सहानुभूति व कार्य के प्रति समर्पित भावना के कारण आज कॉर्पोरेट वर्ल्ड में महिलाएं अपनी अलग पहचान बना रही हैं. कंपनियां अब जेंडर नहीं स्किल देखती हैं. एजुकेशन और एक्सपोजर जरूरी है.
इस अवसर पर नेक्सजेन की फाउंडिंग प्रेसिडेंट कृतिका रामपाल ने छात्रों को मोटिवेट करते हुए कहा कि आप अपने स्किल्स में लगातार इंप्रूवमेंट करते रहें और टेक इंडस्ट्री में महिलाओं के लिए बहुत असीम संभावनाएं हैं.
पूजा भौमिक ने बताया कि कि बेहतर नेटवर्किंग के जरिए महिलाएं टेक इंडस्ट्री में मौजूद चुनौतियों से पार पा सकती हैं व अपनी टेक्निकल कार्यकुशलता के बलबूते इंडस्ट्री में स्वयं को स्थापित कर सकती हैं. पैनल डिस्कशन का संचालन आरुषि ठाकुर ने किया.
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कार्यक्रम को सफल बनाने में बीटेक के पवन कुमार, कौस्तुभ, हर्षवर्धन, पुनीत जैन व विजय शशांक ने योगदान दिया. पैनल डिस्कशन के अंत में विद्यार्थियों ने वक्ताओं से कई तरह के प्रश्न पूछे व अपनी जिज्ञासा को शांत किया. इस वर्चुअल कार्यक्रम में संस्थान के स्टूडेंट्स शामिल हुए.