लोक जनशक्ति पार्टी के बागी नेताओं की बैठक में रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति पारस को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है. बताया जा रहा है कि पशुपति पारस को कार्यकारिणी के 71 सदस्यों ने अध्यक्ष चुना है. पशुपति पारस इससे पहले लोजपा संसदीय दल के नेता चुने गए थे.
बता दें कि लोजपा में बगावत के बाद पशुपति पारस (pashupati paras) ने कहा था कि पार्टी में वन पर्सन-वन पोस्ट का सिद्धांत लागू है. इसी वजह से चिराग पासवान से संसदीय दल के नेता का पद छीन लिया गया है. वहीं अब पशुपति पारस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद राजनीतिक गलियारों में यह सवाल फिर से उठने लगा है.
लोजपा के इन पदों पर काबिज हैं पारस– पशुपति पारस वर्तमान में लोक जनशक्ति पार्टी के संसदीय दल के नेता हैं. वहीं आज वे पार्टी के बागी नेताओं द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष भी चुने गए हैं, जिसके बाद उनके पास लोजपा में दो पद हो गया. इतना ही नहीं पशुपति पारस रामविलास पासवान के दलित सेना के भी अध्यक्ष हैं.
सवाल पर क्या बोले पारस- वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पशुपति पारस ने कहा कि जब मैं सरकार में शामिल होऊंगा तो, संगठन का पद छोड़ दूंगा. लेकिन जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि संसदीय दल का नेता और राष्ट्रीय अध्यक्ष आप स्वयं बन गए हैं, तो खीझते हुए पशुपति पारस ने प्रेस कांफ्रेंस छोड़ दी.
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Posted By : Avinish Kumar Mishra