पशुपति पारस का चिराग पासवान पर बड़ा आरोप, बोले- मुझे लगातार धमकी दे रहा है भतीजा

लोजपा राष्ट्रीय के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने अपने भतीजे और लोजपा रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान पर गंभीर आरोप लगाया है.पशुपति कुमार पारस ने कहा कि चिराग मुझे कई बार धमकी दे चुका है. उन्होंने घोसवारी में हुए हमले के लिए भी भतीजे चिराग को ही जिम्मेदार ठहराया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2022 2:46 PM

पटना. लोजपा राष्ट्रीय के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने अपने भतीजे और लोजपा रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान पर गंभीर आरोप लगाया है. शनिवार को अपने ऊपर हुए हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए पशुपति कुमार पारस ने कहा कि चिराग मुझे कई बार धमकी दे चुका है. उन्होंने घोसवारी में हुए हमले के लिए भी भतीजे चिराग को ही जिम्मेदार ठहराया है.

मोकामा के घोसवारी में हुआ था हमला

दो दिन पहले चाचा पशुपति कुमार पारस के ऊपर मोकामा के घोसवारी में हमला हुआ था। चौहरमल जयंती के मौके पर चिराग पासवान भी उस कार्यक्रम में पहुंचे थे, लेकिन चिराग का स्वागत हुआ और उनके तुरंत बाद पहुंचे केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के ऊपर हमला हुआ. पशुपति पारस के काफिले पर रोड़ेबाजी की गयी और उन्हें काला झंडा दिखाया गया था. अब इस मामले में चाचा पशुपति कुमार पारस में भतीजे चिराग पासवान के ऊपर आरोप लगाया है.

चिराग देता रहा है धमकी

केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस का कहना है कि उनके खिलाफ लगातार साजिश रची जा रही है. चिराग पासवान उन्हें लगातार धमकी देते रहे कि पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर देंगे. नीतीश कुमार के पक्ष में बयान देने पर चिराग पासवान मुझसे नाराज हुआ करते थे. पारस ने दावा किया है कि चिराग हमेशा यह कहते थे कि नीतीश कुमार को वह जेल भिजवाना चाहते हैं. पशुपति पारस ने अपने ऊपर हुए हमले के लिए भतीजे चिराग पासवान को जिम्मेदार ठहराया है. पारस ने कहा है कि उनके खिलाफ बड़ी साजिश से चल रही है.

सुरक्षा बढ़ाने की मांग

केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने यह भी कहा कि उनकी सुरक्षा बढ़ायी जानी चाहिए. इतना ही नहीं पारस ने इस बात का खुलासा भी किया कि एनडीए में रहते हुए विधानसभा चुनाव लड़ने पर सहमति बनी थी, लेकिन चिराग पासवान ने अपनी मर्जी चलायी, नतीजा यह हुआ कि पार्टी की स्थिति बेहद खराब हो गयी.

स्थानीय प्रशासन पर उठाया सवाल 

पारस ने कहा कि अगर हम गठबंधन के साथ चुनाव लड़े होते, तो एक तरफ जहां केंद्र में हमारे मंत्री होते, वहीं बिहार में भी हम कैबिनेट में शामिल होते. इतना ही नहीं पारस ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के ऊपर हमला होता है तो वह स्थानीय प्रशासन की भी चूक है. उन्होंने रामविलास पासवान की जयंती के दिन सरकारी अवकाश घोषित किए जाने की मांग की है.

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