पटना जंक्शन पर यात्रियों को जाम से मिलेगी राहत, अंडरग्राउंड सब-वे के लिए 10 अक्तूबर से खुदाई
पटना जंक्शन आने-जाने वाले यात्रियों को जाम से राहत देने के लिए सब-वे का अंडरग्राउंड 340 मीटर का काम 10 अक्तूबर से शुरू होने की संभावना है. बरसात को लेकर जमीन के नीचे मिट्टी खोदने का काम बाधित रहा.
प्रमोद झा, पटना. पटना जंक्शन आने-जाने वाले यात्रियों को जाम से राहत देने के लिए सब-वे का अंडरग्राउंड 340 मीटर का काम 10 अक्तूबर से शुरू होने की संभावना है. बरसात को लेकर जमीन के नीचे मिट्टी खोदने का काम बाधित रहा. जानकारों के अनुसार बरसात में पटना में पानी का लेवल अधिक होने से जमीन खोदने पर नीचे पानी मिलने की आशंका की वजह से काम नहीं हुआ. सब-वे निर्माण के लिए सतह से लगभग पांच मीटर नीचे जमीन खोदने का काम होगा.
लगभग 69 करोड़ खर्च होंगे
पटना स्मार्ट सिटी की योजना के अंतर्गत 440 मीटर सब-वे का निर्माण किया जा रहा है. यह राजधानी का पहला भूमिगत सब-वे होगा जिसमें एस्केलेटर के साथ ट्रैवलेटर दोनों की सुविधा होगी. इसकी सहायता से यात्री एक जगह खड़े होकर सब-वे का सफर पूरा कर सकेंगे. बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की देखरेख में काम होना है. इसके निर्माण पर लगभग 69 करोड़ खर्च होंगे.
अंडरग्राउंड काम को लेकर हो रही तैयारी
मल्टीलेवल पार्किंग के सामने अंडरग्राउंड काम को लेकर तैयारी की जा रही है. इसके लिए काम होनेवाली जगह में बैरिकेडिंग कर दी गयी है. सब-वे में दोनों साइड ऊपरी सतह पर काम होना है. यह काम मल्टीलेवल पार्किंग की ओर हुआ है. उस हिस्से में ढालने का काम कंप्लीट हुआ है. लगभग 100 मीटर के बाद अंडरग्राउंड काम शुरू होगा. इसके लिए एजेंसी की ओर से ड्रिल करनेवाली मशीन लाने की तैयारी हो रही है.
340 मीटर का हिस्सा अंडरग्राउंड होगा
रेलवे स्टेशन से मल्टी लेवल पार्किंग तक 340 मीटर का हिस्सा अंडरग्राउंड होगा. सब-वे का दूसरा हिस्सा 100 मीटर का होगा, जो मल्टीलेवल पार्किंग से जीपीओ के पास तक जायेगा. सब-वे में दो लेन होंगे, जिसमें एक पैदल चलने के लिए होगा. दूसरे में ट्रैवलेटर मशीन लगी होगी. इस पर खड़े होकर यात्री गंतव्य तक पहुंच सकेंगे.
सब-वे के होंगे तीन प्रवेश व निकास द्वार
सब-वे के तीन प्रवेश व निकास द्वार होंगे. इसमें एक जीपीओ गोलंबर के पास बकरी बाजार में, दूसरा बुद्ध स्मृति पार्क के पास मल्टी लेवल पार्किंग में और तीसरा पटना जंक्शन के पार्किंग परिसर में खुलेगा. सब-वे पूरी तरह वातानुकूलित होगा. इसमें एस्केलेटर व ट्रैवलेटर के साथ पैदल यात्रियों के लिए दो मीटर का वाक-वे भी होगा. इसके अलावा ड्रेनेज, लाइट और एलडी स्क्रीन की सुविधा रहेगी.