पटना. मीठापुर बस स्टैंड से बसों का परिचालन शनिवार से पूरी तरह बंद हो जायेगा. अब ये बसें रामाचक बैरिया में नवनिर्मित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल से खुलेंगी. एसडीएम सदर नितिन कुमार सिंह के आदेश से मीठापुर से शहर के बाहर आने जाने वाली सभी 2000 बसों का परिचालन बैरिया से होने से लोगों को मीठापुर बस स्टैंड के कीचड़ और पानी युक्त परिसर और सुविधाओं की कमी से निजात मिलेगा.
आज से लोग जहां बैरिया की नवनिर्मित आधारभूत संरचना और सुविधाओं का वे इस्तेमाल कर पायेंगे, वहीं मीठापुर से इन दिनों बस ऑपरेट कर रहे ट्रांसपोर्टर की मानें तो शहर के भीतर आने-जाने के लिए लोगो को अब अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी. इससे उनका आने-जाने में लगने वाला समय और खर्च दोनों बढ़ेगा. साथ ही बैरिया जाने वाले रास्ते में आवागमन बहुत बढ़ने से जाम लगने की आशंका भी है.
मीठापुर बस स्टैंड से 2600 बसें खुलती थीं. इनमें छह जिलों- गया, नवादा, जहानाबाद , जमुई , नालंदा और शेखपुरा के लिए लगभग 600 बसों का परिचालन पहले से ही रामाचक बैरिया से हो रहा है, जिन्हें दो चरणों में मीठापुर से वहां शिफ्ट किया गया है. अंतिम चरण में शेष 32 जिलों को जाने वाली लगभग 2000 बसों को वहां से खोलने का निर्णय लिया गया है.
प्राइवेट बसों के साथ-साथ मीठापुर से खुलने वाली बीएसआरटीसी की बसें भी शनिवार से रामाचक बैरिया से ही खुलेंगी. वहां इनके ठहराव की भी व्यवस्था है. वहां से यात्रियों को शहर के भीतर लाने और ले जाने के लिए बीएसआरटीासी की चार सिटी बसें भी इस रूट पर चलेंगी.
बैरिया से प्रीपेड ऑटो सेवा भी पहले ही शुरू हो चुकी है, जिनका उपयोग यात्री शहर के भीतर आने-जाने के लिए कर रहे हैं. साथ ही शेयर में भी ऑटो चल रहे हैं. हालांकि, परिचालित होने वाली बसों की संख्या शनिवार से एकबारगी बहुत बढ़ जाने पर इन पर भी दबाव बढेगा.
नये बस स्टैंड भेजे जाने के खिलाफ शनिवार से वाहन मालिक बसों का परिचालन ठप रखेंगे. बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के जिला अध्यक्ष चंदन सिंह ने कहा कि 31 जुलाई से मीठापुर से अचानक नये बस पड़ाव पर जाने का प्रशासन दबाव दे रहा है.
नये बस स्टैंड में मूलभूत सुविधाओं के अभाव में वर्तमान में वहां से सभी बसों का परिचालन ठीक नहीं है. नये बस स्टैंड के पूर्ण रूप से तैयार होने के बाद जाने में कोई दिक्कत नहीं है.
Posted by Ashish Jha