Video: उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल में टॉर्च की रोशनी में हो रहा मरीजों का इलाज, डॉक्टर और मरीज परेशान
DMCH में बकाया भुगतान नहीं होने के कारण अस्पताल के जनरेटर ऑपरेटर हड़ताल पर है. लेकिन इतने बड़े अस्पताल में वैकल्पिक व्यवस्था नहीं रहना भी बड़ा मामला है. अस्पताल प्रशासन और हड़ताल पर गए जनरेटर ऑपरेटर के आपसी समस्या को लेकर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती मरीज के जान के साथ कैसे खिलवाड़ कर सकते है?
उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल डीएमसीएच में आउटसोर्सिंग जनरेटर कंपनी ने हड़ताल कर दिया है. जिस कारण पूरे डीएमसीएच में टॉर्च की रौशनी में मरीजों का इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है इस कम्पनी ने आज अचानक से बिना किसी सूचना के हड़ताल कर दिया जिस कारण यहां इलाज कराने आये मरीजों का इलाज करने में डॉक्टरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
DMCH के मेडिसिन, सर्जरी, ऑर्थो सहित कई विभाग और इनके ICU का आज यह हाल बना हुआ था की पूरा ICU मोबाइल की रौशनी मे चल रहा था. ICU का पूरा सिस्टम जो मरीजों के इलाज में लगा होता है वह पूरी तरीके से बिजली से संचालित होता है. जैसे ही पावर कट होता है इस विभाग में इलाजरत मरीजों को लगा सभी उपकरण अपने आप ऑफ हो जा रहा है. भीषण गर्मी के बीच बिना पंखे और AC के मरीज का इलाज मोबाइल की रोशनी से हो रहा है. बिजली कटने से परेशान मरीजों के परिजनों ने इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन से की. डीएमसीएच के उपाधीक्षक डाक्टर हरेंद्र कुमार सूचना मिलते मेडिसिन विभाग के ICU पहुंच गए. उनके आने से भी मरीजों को कोई फायदा नहीं हुआ.
डीएमसीएच उपाधीक्षक डॉ हरेंद्र कुमार ने कहा की अस्पताल में सुविधा नहीं देने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी हालांकि उन्होंने यह भी जरूर बताया की जनरेटर ऑपरेटर की जो भी समस्या थी उसपर वार्ता हो गयी थी कुछ पेमेंट दिया गया था और जो कुछ बाकी है उसे भी निर्गत करने की प्रक्रिया चल रही है किसी भी रूप में मरीज को परेशानी नहीं होने दिया जायेगा.
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