बिहार में गर्मी का प्रकोप: अस्पतालों में बढ़े लू के मरीज, डॉक्टरों को किया गया अलर्ट, जानें बचाव के उपाय
डॉक्टरों के अनुसार अधिकतर मरीजों को जरूरी परामर्श और दवा देकर घर भेजा जा रहा है. वहीं, प्राइवेट अस्पतालों की ओपीडी में भी काफी मरीज पहुंच रहे हैं. बीते पांच दिन से मेडिसिन विभाग में औसतन चार मरीज भर्ती हो रहे हैं.
बिहार में एक बार फिर से सूरज आग उगलने लगा है. प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में पारा 40 डिग्री के पार चला गया है. गुरुवार को पटना का अधिकतम तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सिसय दर्ज किया गया. वहीं, दूसरी तरफ बढ़ती गर्मी के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ गयी है. पीएमसीएच व आइजीआइएमएस प्रबंधन के मुताबिक मेडिसिन विभाग की ओपीडी में रोजाना 40 से 50 मरीज लू के लक्षण के साथ आ रहे हैं.
उलटी, लूज मोशन, पेट दर्द की शिकायतें अधिक
मरीजों को उल्टी, लूज मोशन, पेट में दर्द की शिकायतें अधिक हैं. डॉक्टरों के अनुसार अधिकतर मरीजों को जरूरी परामर्श और दवा देकर घर भेजा जा रहा है. वहीं, प्राइवेट अस्पतालों की ओपीडी में भी काफी मरीज पहुंच रहे हैं. बीते पांच दिन से मेडिसिन विभाग में औसतन चार मरीज भर्ती हो रहे हैं. बढ़ती गर्मी को देखते हुए डॉक्टरों को अलर्ट किया गया है.
बेहद आवश्यक होने पर घर से बाहर निकले
चिकित्सक के मुताबिक पहली बात तो यह है कि धूप के समय बेहद आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकले. बाहर निकलने की अवस्था में पूरी मात्रा में पानी पीकर तथा पूरे बदन को ढक कर निकलना चाहिए. ध्यान यह देना चाहिए कि पहने हुए कपड़े सूती व हल्के हो तथा उनसे पूरा शरीर ढका हुआ हो. आंखों को धूप से बचाने के लिए चश्मा या गमछा का प्रयोग करना चाहिए. क्योंकि चिलचिलाती धूप में बाहर निकलने पर विभिन्न प्रकार के चर्म रोग हो सकते हैं.
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लू से कैसे बचें
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धूप में निकलें तो चेहरे ढंककर रखें
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ठंडा शॉवर लें, लगातार पानी पीएं
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अधिक मसालेदार भोज्य पदार्थ न खाएं
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ज्यादा मीठा या मादक पेय सेवन से बचें
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शरीर को गीली चादर से ठंडा रखें
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छोटे बच्चों को घर से बाहर न जाने दें
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धूप से आकर तुरंत ठंडा पानी न पीएं, थोड़ा रुककर पीएं
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डॉक्टर से बिना सलाह के कोई भी दवाएं न लें