बिहार में वीडियो कांफ्रेंसिंग से मरीजों को मिलेगी ओपीडी की मुफ्त सलाह, जानें कैसे उठा सकते हैं लाभ
बिहार में ई-संजीवनी ओपीडी एप ने मरीज व डॉक्टर के बीच की इस दूरी को पाट दिया है. इस एप से मरीज घर बैठे वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डॉक्टर से अपनी बीमारी बता सकते हैं.
बिहार के मरीजों के लिए सरकारी अस्पतालों में ओपीडी की सेवाएं मुफ्त में आसानी से मिलने लगी है. इसके लिए न तो अस्पताल पहुंचकर ओपीडी का पुर्जा कटाने का झंझट है और न ही डॉक्टर के पास पहुंचने के लिए लंबी कतार में खड़ा होना है. ई-संजीवनी ओपीडी एप ने मरीज व डॉक्टर के बीच की इस दूरी को पाट दिया है. इस एप से मरीज घर बैठे वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डॉक्टर से अपनी बीमारी बता सकते हैं. डॉक्टर बीमारी के अनुसार मरीज को मुफ्त सलाह देंगे और अंत में मरीज डॉक्टरी सलाह में दिये गये दवाओं का इ-प्रिस्क्रिप्शन डाउनलोड कर सकता है. फिलहाल यह सुविधा शुरू हो गयी है.
ई-संजीवनी ओपीडी एप प्लेस्टोर से डाउनलोड कर ले सकते हैं लाभ
मरीजों के लिए सरकारी अस्पतालों की लंबी कतार को दूर करने के लिए ई-संजीवनी ओपीडी एप को लांच किया गया है. कोई भी व्यक्ति चाहे वह किसी भी गांव या शहर में रहता हो, बीमार होने पर वह इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर मुफ्त इलाज का लाभ उठा सकता है. एनएफएचएस-5 में यह पाया गया था कि बिहार के 80 प्रतिशत लोग अस्पतालों के समय, कतार और दूरी को लेकर सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने नहीं जाते हैं. अब मरीजों की समस्याओं का इस एप के माध्यम से निदान कर दिया गया है.
ऐसे मिलेगी सेवा
ई-संजीवनी ओपीडी एप से राज्य के किसी भी गांव में बैठे मरीज सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग से डॉक्टरी सलाह ले सकता है. यह सेवा सोमवार से शनिवार तक मिलेगी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा किसी मरीज को समस्या होने पर हेल्पलाइन नंबर 104 भी जारी किया गया है जिसपर संपर्क कर इसका लाभ उठाया जा सकता है.
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यह एप ऐसे करता है काम
गूगल प्ले स्टोर से इ-संजीविनी ओपीडी एप को डाउनलोड कर लें. इसके बाद आपका मोबाइल नंबर पहले वेरिफाइ होगा. नये मरीज का रजिस्ट्रेशन करना है और टोकन नंबर जेनरेट कर लेना है. नोटिफिकेशन मिलने के बाद लॉगइन कर बारी का इंतजार करना होगा. बारी मिलने पर आप डॉक्टर से वीडियो काॅफ्रेंसिंग से सलाह लें और अंत में इ-प्रिस्क्रिप्शन डाउनलोड कर लें.