पटना. इडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने शहर के जाने-माने बिल्डर और पाटलिपुत्र ग्रुप ऑफ कंपनी के मालिक अनिल कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. बुधवार की अहले सुबह उन्हें पटना से ही गिरफ्तार किया गया. इसके बाद उन्हें पटना पीएमएलए के विशेष कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट के विशेष जज ने उन्हें 21 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
इडी ने उनके खिलाफ 2014 में पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट) के अंतर्गत मामला दर्ज किया था. इस मामले की जांच चल रही थी, जिसमें दोषी पाये जाने के बाद इडी ने उन्हें गिरफ्तार किया.
पहले उन्हें समन करके इडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन पूछताछ में संतोषजनक जवाब नहीं मिला था. उनके खिलाफ गांधी मैदान, कोतवाली समेत कई थानों में कई तरह के मामले दर्ज हैं.
इन मामलों के आधार पर ही इडी ने 2014 में इसीआइआर (इन्फोर्समेंट केस इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट) दर्ज कर जांच शुरू कर दी. इसमें मनी के लेन-देन में अवैध तरीकों के उपयोग की बात सामने आयी है.
इडी की जांच में यह बात सामने आयी कि उन्होंने ब्लैक मनी का काफी रोटेशन किया है. हवाला के जरिये भी पटना से नयी दिल्ली, नोएडा समेत कई स्थानों पर लेन-देन किया है. पटना के बाहर के कई प्रोजेक्ट में बड़ी संख्या में ब्लैक मनी का उपयोग किया है.
इस खेल में कई फर्जी कंपनियों के जरिये कालेधन को सफेद करने की जुगत की गयी है. अनिल सिंह ने कई चैनलों के माध्यम से गलत लेन-देन किया है, जिससे सीधे तौर पर पीएमएलए का मामला बनता है.
उन्होंने आरा के एक निजी स्कूल में भी काफी निवेश कर रखा है. इडी की जांच में पटना में 30 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति का पता चला है. यह संपत्ति एक्जीबिशन रोड में एक अपार्टमेंट के तौर पर मौजूद है. इडी इसे पूरी तरह से जब्त करने की तैयारी में है.
Posted by Ashish Jha