पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का पांचवां स्थापना दिवस 18 मार्च को होगा. वर्ष 2018 में 18 मार्च को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया था. इसके बाद कोरोना व अन्य कारणों से बीच में स्थापना दिवस का आयोजन नहीं हो सका. इस वर्ष 19 मार्च को एएन कॉलेज के सभागार में प्रथम स्थापना दिवस आयोजित किया जायेगा. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर शामिल होंगे.
विशिष्ठ अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री डॉ चंद्रशेखर शामिल होंगे. सफल आयोजन को लेकर कुलपति प्रो आरके सिंह लगातार एएन कॉलेज के ऑडिटोरियम का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं. कुलपति ने कहा कि पीपीयू पांच वर्षों में ही राज्य में बेहतर पहचान बना लिया है. पांच वर्ष पूर्व सीएम नीतीश कुमार ने मगध विश्वविद्यालय से अलग कर नालंदा व पटना जिले के कॉलेजों के लिए पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का गठन किया था. वर्तमान में विश्वविद्यालय से 25 अंगीभूत, एक डिग्री कॉलेज, तीन अल्पसंख्यक, 44 संबद्ध एवं 58 शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय है. प्रति वर्ष स्नातक प्रथम वर्ष में एक लाख से अधिक विद्यार्थियों का नामांकन होता है.
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प्रो आरके सिंह 14 जनवरी 2022 को पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में योगदान दिया. तब विश्वविद्यालय का पीजी व स्नातक के कोई सत्र क्लीयर नहीं थे. इसके बाद एक विस्तृत कार्य योजना बना कर खुद निगरानी करते हुए पीजी के तीन सत्र एवं स्नातक के दो सत्र को नियमित किया. दिसंबर में दीक्षांत समारोह आयोजित कर स्नातक व पीजी छात्रों को डिग्री भी दे दी. सत्र नियमित करने के मामले में पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय राज्य में अव्वल बन गया है.
विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र नियमित होने के कारण वैशाली, छपरा, सारण, गया सहित अन्य क्षेत्र के विद्यार्थी भी राजधानी के महाविद्यालय में नामांकन कराकर नियमित पठन-पाठन कर रहे हैं. सत्र नियमित होने के कारण अब सभी छात्राएं अपने समय पर पढ़ाई पूरी कर उच्च शिक्षा के लिए कदम बढ़ा रहे हैं.