पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी का पीजी कैंपस अब दानापुर में बनेगा, कॉमन खेलकूद परिसर का भी होगा निर्माण

पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के पीजी कैंपस निर्माण को लेकर कुलपति प्रो आरके सिंह ने दानापुर स्थित बीएस कॉलेज का निरीक्षण किया. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की अध्यक्षता में सीनेट में पीजी कैंपस निर्माण को हरी झंडी मिलने के बाद उन्होंने यह निरीक्षण किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2024 2:56 PM

पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय (PPU) का पीजी कैंपस अब बख्तियारपुर में नहीं बल्कि दानापुर में बनेगा. पिछले दिनों कुलाधिपति सह राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की अध्यक्षता में हुई सीनेट की बैठक में पीजी कैंपस निर्माण को हरी झंडी दे दी गयी. जिसके बाद कुलपति प्रो आरके सिंह ने विशेषज्ञ टीम के साथ बीएस कॉलेज दानापुर का निरीक्षण किया. इस संबंध में कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर प्रो.आशुतोष कुमार ने बताया कि कुलपति ने भूमि – भवन निर्माण विशेषज्ञ टीम को चार दिनों के अंदर भूमि सर्वेक्षण कर प्रारूप तैयार करने का निर्देश दिया है. इसके बाद पीजी कैंपस बनाने के लिए डीपीआर तैयार किया जायेगा. साथ ही जल्द ही निर्माण की दिशा में कार्रवाई की जायेगी. कॉलेज के पास 11 एकड़ जमीन है. इसमें से पांच एकड़ जमीन पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी पीजी कैंपस के निर्माण के लिए ऑफर की गयी है.

चरण बद्ध तरीके से होगा विभागों का ट्रांसफर

प्रो. आशुतोष कुमार ने बताया कि इस जमीन पर विश्वविद्यालय अपने आंतरिक स्रोत से भवन का निर्माण कराएगा. इसके सभी विभाग एक साथ ट्रांसफर नहीं किए जाएंगे. इसे चरण बद्ध तरीके से वहां भेजा जाएगा. पहले चरण में तीन-चार विभागों को चालू किया जायेगा.

कॉमन स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स भी बनेगा

प्रो. आशुतोष कुमार ने कहा कि नए परिसर में शिक्षा के अलावा कॉमन स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स भी बनाया जाएगा. इससे सभी बच्चों को यहां से खेल गतिविधियां कराने में सुविधा होगी. उन्होंने बताया कि अब पीजी के छात्रों को पढ़ाई के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा. उन्हें शहर में ही अपनी पढ़ाई जारी रखने का मौका मिलेगा.

बीएस कॉलेज अपनी पांच एकड़ जमीन देगा यूनिवर्सिटी को

बता दें कि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की सीनेट की सातवीं बैठक में सदस्यों ने दानापुर में विश्वविद्यालय का पीजी कैंपस बनाने पर सहमति जताई थी. इसके लिए बीएस कॉलेज दानापुर अपनी 11 एकड़ जमीन में से पांच एकड़ जमीन पीपीयू को देने को तैयार हो गया है. इस कारण अब बख्तियारपुर में पीपीयू का पीजी विभाग नहीं होगा. दानापुर में पीजी विभाग खोलने का मामला सीनेट में पास हो गया है. बैठक में राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने कहा कि पीजी कैंपस निर्माण पर तत्काल पहल करने की जरूरत है.

सीनियर प्रोफेसर को प्रभारी प्राचार्य बनाये जाने की रखी मांग

बैठक में पालीगंज विधायक डॉ संदीप सौरव ने सीनियर प्रोफेसर को प्रभारी प्राचार्य बनाये जाने की मांग की. इस पर कुलपति ने कहा कि सीनियर प्रोफेसर को ही प्रभारी प्राचार्य बनाया जा रहा है. डॉ संदीप ने बताया कि कई कॉलेजों में सीनियर प्रोफेसर प्रभारी प्राचार्य नहीं हैं. इसके साथ ही बीडी कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य सीता सिन्हा को हटा कर दूसरे कॉलेज में प्रभारी प्राचार्य बनाये जाने का भी विरोध किया.

बैठक में कई जन प्रतिनिधियों ने पैसा देकर प्रभारी प्राचार्य बनाये जाने का भी मुद्दा उठाया. इस पर राज्यपाल ने कहा कि पैसा देकर बनने वाले भी नहीं बतायेंगे कि वह पैसा देकर प्रभारी प्राचार्य बने हैं. इसके साथ राधे श्याम ने एएन कॉलेज में एमलिस व एमएससी आईटी की पढ़ाई शुरू कराने की मांग की है.

विश्वविद्यालय का बजट

सीनेट में सर्व सम्मति से सत्र 2024-25 के 597 करोड़ 63 लाख 79 हजार 829 रुपये का बजट पारित हो गया. इसमें वेतन मद में कुल 244 करोड़, 27 लाख, 20 हजार, 927 रुपये और पेंशन मद में कुल 139 करोड़, 91 लाख, 52 हजार, 332 रुपये खर्च होने के अनुमान है. स्थापना एवं प्रतिबद्ध मद कुल 213 करोड़, 45 लाख, 06 हजार, 570 रुपये खर्च होने के अनुमान है.

वित्तीय वर्ष 2024-25 का घाटा अनुदान बजट अनुमान 515 करोड़, 07 लाख, 62 हजार, 254 रुपये का है जो वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट अनुमान 582 करोड़, 60 लाख, 28 हजार, 196 रुपये से 67 करोड़, 52 लाख, 65 हजार, 942 रुपये कम है.

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प्रयोगशाला, लाइब्रेरी आदि पर खर्च होंगे 213 करोड़ से अधिक

वेतन मद के बाद सबसे अधिक खर्च स्थापना एवं प्रतिबद्ध मद पर है, कुल 213 करोड़ रुपये से अधिक खर्च का अनुमान लगाया गया है. इसमें विश्वविद्यालय के पीजी विभाग में पुस्तकालय विकास पर 12 करोड़ रुपये और पीजी विभाग में प्रयोगशाला विकास पर 2 करोड़, 69 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे. भवन, फर्नीचर एवं मरम्मत मद पर 8 करोड़ रुपये तथा अनुसंधान एवं गतिविधि मद पर 20 करोड़ रुपये व्यय का अनुमान लगाया गया है.

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