खुशखबरी! लंबिक शिक्षकों के पदोन्नति को मिली हरी झंडी, 580 करोड़ के बजट को मिली स्वीकृति
पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी (पीपीयू) में शुक्रवार को सिंडिकेट की 17वीं बैठक में 580 करोड़ से अधिक का बजट पास किया गया. कुलपति प्रो आरके सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में 16वीं अभिषद्, 14वीं वित समिति, 14वीं एएनटीपीसी एवं 11वीं अकादमिक परिषद की अनुशंसाओं को स्वीकृति प्रदान की गयी.
पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी (पीपीयू) में शुक्रवार को सिंडिकेट की 17वीं बैठक में 580 करोड़ से अधिक का बजट पास किया गया. कुलपति प्रो आरके सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में 16वीं अभिषद्, 14वीं वित समिति, 14वीं एएनटीपीसी एवं 11वीं अकादमिक परिषद की अनुशंसाओं को स्वीकृति प्रदान की गयी. इसमें सिंडिकेट में पास सभी एजेंडों को सीनेट की बैठक में रखा जायेगा. सीनेट की बैठक 11 जनवरी को होगी. इसमें भी 580 करोड़ का बजट पास किया जायेगा.
शिक्षकेतर को लंबित प्रोन्नति को मिलेगा लाभ
बैठक में शिक्षकेतर कर्मियों की लंबित प्रोन्नति को प्रोन्नति की प्रभावी तिथि से स्वीकृति प्रदान की गयी. वेतन का भुगतान सरकार से आवंटन प्राप्त होने के बाद किया जायेगा. इसके साथ 2018 से पहले मगध विवि से लंबित शिक्षकों की पदोन्नति को भी हरी झंडी मिल गयी है. सिंडिकेट सदस्य प्रो राजेंद्र गुप्ता के द्वारा भौतिकी तथा अर्थशास्त्र विषय में शिक्षकों की प्रोफेसर पद पर प्रोन्नति के संबंध में उठाये गये सवाल पर निर्णय लिया गया कि चयन समिति की अनुशंसाओं एवं निर्धारित विनियमों के आलोक में न्यूनतम एक पीएचडी प्रोड्यूस करने के उपरांत ही प्रोफेसर पद पर प्रोन्नति प्रदान की जायेगी.
बीएड के शिक्षकों के मानदेय में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी
पीपीयू के कॉलेजों में बीएड के शिक्षकों के मानदेय में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी को स्वीकृत किया गया. प्रायोगिकी परीक्षकों के मानदेय में भी बढ़ोत्तरी की अनुशंसा प्रदान की गयी. बैठक में उच्च शिक्षा निदेशक प्रो रेखा कुमारी, प्रति कुलपति प्रो गणेश महतो, राजभवन नामित सदस्या प्रो दीपिका गौतम, सरकार नामित प्रो राजेंद्र प्रसाद गुप्ता एवं प्रतिभा सिंह, संकायाध्यक्ष प्रो एके नाग, डॉ रामकिशोर सिंह, प्रो रिमझिम शील, कुलानुशासक डॉ मनोज कुमार, सीसीडीसी डॉ मणिबाला, टीपीएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो उपेंद्र प्रसाद सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ महेश मंडल एवं अन्य सदस्यों ने भी विचार रखें. कुलसचिव डॉ जितेंद्र कुमार धन्यवाद ज्ञापन किया.