औषधि विभाग की टीम ने बुधवार को अगमकुआं थाना क्षेत्र के छोटी पहाड़ी स्थित एक गोदाम में छापेमारी कर कफ सिरफ और कैप्सूल बरामद की. बिना लाइसेंस के अवैध ढंग से दवाओं का भंडारण किया गया था. छापेमारी दल में शामिल अधिकारियों का कहना है कि जब्त दवाओं का उपयोग नशे के लिए होता था. बरामद दवाओं की कीमत करीब 40 लाख आंकी जा रही है. छापेमारी का नेतृत्व कर रहे औषधि निरीक्षक डॉ अमल कुमार ने बताया मद्य निषेध विभाग की टीम की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. औषधि विभाग की टीम अभियोजन करेगी.
टीम के पहुंचते ही संचालक फरार
छापेमारी का नेतृत्व कर रहे औषधि निरीक्षक डॉ अमल कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना पर छोटी पहाड़ी में बगैर लाइसेंस के गोदाम में हुई छापेमारी में पाया गया कि दवाओं का भंडारण किया जा रहा था. टीम जब वहां पहुंची तो संचालक वहां से फरार हो गया. इसी बीच टीम में शामिल औषधि निरीक्षक डॉ अमल कुमार, पंकज कुमार यशवंत कुमार झा ने टीम के साथ गोदाम की तलाशी शुरू की. गोदाम से छह तरह की कोडिन कफ सिरफ 250 कार्टन में संग्रह कर रखा गया था. गैर लाइसेंसी गोदाम में दर्द में उपयोग होने वाले ट्रैमाडोल कैप्सूल भी पायी गयी है. कैप्सूल का उपयोग नशे के तौर पर किया जाता है. टीम दवाओं की गिनती स्टॉक का मिलान कर रही है. ऐसे में भंडारण क्षमता और भी बढ़ने की संभावना है. मामले में जब्ती सूची तैयार करने के बाद प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. जब्त दवाओं का नमूना संग्रह कर जांच के लिए औषधि विभाग की टीम भेजेगी.
शराबबंदी के बाद ज्यादा बढ़ा कारोबार
बताया जा रहा है कि पुलिस के द्वारा शराबबंदी को लेकर सख्ती के बाद से जिले में नशीली दवाओं की मांग काफी बढ़ी है. नशा का सेवन करने वाले लोग अब शराब के जताए इन दवाओं का सेवन कर रहे हैं. साथ ही, ये दवाएं आसानी से बाजार में उपलब्ध भी हो जा रही हैं.