चारा मशीन से कटी बच्ची की कलाई को पटना एम्स के डॉक्टरों ने सर्जरी कर जोड़ी, वापस लौटी मुस्कान

सात घंटे तक ऑपरेशन के बाद प्लास्टिक विभाग की अध्यक्ष डॉ वीणा सिंह के नेतृत्व में डॉ अंसारुल, डॉ श्रेयोसी, डॉ वरुण और नर्सिंग स्टाफ कमल पटेल की टीम हाथ की हर संरचना को फिर से जोड़ने में सफल रही. बुधवार को 14वें दिन बच्ची को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | February 8, 2024 7:34 AM

फुलवारीशरीफ. समस्तीपुर में चारा काटने वाली मशीन से हाथ से कट कर अलग हुई बच्ची की कलाई को पटना एम्स के डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक फिर से जोड़ दिया. सात घंटे तक ऑपरेशन के बाद प्लास्टिक विभाग की अध्यक्ष डॉ वीणा सिंह के नेतृत्व में डॉ अंसारुल, डॉ श्रेयोसी, डॉ वरुण और नर्सिंग स्टाफ कमल पटेल की टीम हाथ की हर संरचना को फिर से जोड़ने में सफल रही. बुधवार को 14वें दिन बच्ची को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. हाथ में हरकत और अनुभूति वापस आने में कुछ महीने लगेंगे. इस सफल सर्जरी पर कार्यकारी निदेशक डॉ जीके पाल ने प्लास्टिक सर्जरी और एनेस्थीसिया की पूरी टीम को बधाई दी.

चारा काटनेवाली मशीन पर गिर गयी बच्ची

जानकारी के मुताबिक 22 जनवरी को दोपहर समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाने के कापन गांव में नौ वर्षीया बच्ची अभिलाषा खेल रही थी. इसी दौरान वह चारा काटने वाली मशीन पर गिर गयी और उसके दाहिने हाथ की कलाई कट कट कर अगल हो गयी. परिजन उसके हाथ में कपड़ा लपेटकर उसे विभूतिपुर स्थित एक निजी अस्पताल ले गये. वहां से मरीज को अनुमंडल अस्पताल, दलसिंहसराय भेज दिया गया, जहां खून रोक कर कटे हिस्से को बर्फ में सुरक्षित रखा गया और बच्ची को पटना के एक निजी अस्पताल भेजा गया, जहां से उसे एम्स पटना रेफर कर दिया गया.

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रीइंप्लांटेंशन करने का लिया फैसला

आज बच्ची की मुस्कान वापस लौट आयी है और यह सब हो सका परिजनों की सूझबूझ से. परिजनों से हाथ के कटे हिस्से को साफ पॉलीथिन में रखा और उस पॉलीथिन को बर्फ के अंदर डाल दिया. शाम 6 बजे परिजन बच्ची की कलाई के कटे हुए टुकड़े के साथ बच्ची को लेकर पटना एम्स पहुंचे. पटना एम्स में प्लास्टिक सर्जरी टीम ने रीइंप्लांटेंशन करने का फैसला लिया. ऑर्थो टीम ने सबसे पहले हड्डी को जोड़ा और प्लास्टिक सर्जरी की टीम ने पहली रक्त वाहिका को जोड़कर कटे हुए हिस्से में रक्त के प्रवाह को बहाल कर दिया.

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