पटना एम्स में 260 बेड का होगा इमरजेंसी वार्ड, रूमेटोलॉजी व रेयर डिजीज का खुलेगा ओपीडी
एम्स के इमरजेंसी एवं ट्रॉमा सेंटर में बेड की संख्या बढ़ा दी जायेगी. अब यहां 62 की जगह 260 बेड होंगे. इसके लिए यहां निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है. अगले दो साल के अंदर इमरजेंसी वार्ड में बेड तैयार कर लिया जायेगा. यह कहना है एम्स के निदेशक डॉ जीके पाल का.
पटना. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना में आने वाले गंभीर मरीजों को अब भर्ती होने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी. क्योंकि एम्स के इमरजेंसी एवं ट्रॉमा सेंटर में बेड की संख्या बढ़ा दी जायेगी. अब यहां 62 की जगह 260 बेड होंगे. इसके लिए यहां निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है. अगले दो साल के अंदर इमरजेंसी वार्ड में बेड तैयार कर लिया जायेगा. यह कहना है एम्स के निदेशक डॉ जीके पाल का.
एम्स पटना का 12वां स्थापना दिवस समारोह मनाया गया
रविवार को एम्स पटना का 12वां स्थापना दिवस समारोह मनाया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि पटना एम्स के अध्यक्ष प्रो डॉ सुब्रत सिन्हा व विशेष अतिथि श्री बालाजी विद्यापीठ पुडुचेरी के कुलपति व आइजीआइएमएस के पूर्व निदेशक प्रो एनआर विश्वास, संसद सदस्य (लोकसभा) और एम्स पटना के आइबी सदस्य छेदी पासवान व डॉ राजीव कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया. सुबह नौ बजे से आयोजित इस कार्यक्रम में लोक सभा के सदस्य डॉ संजय जायसवाल, डॉ उमेश भदानी, आइजीआइएमएस के निदेशक डॉ बिंदे कुमार सहित कई प्रमुख डॉक्टर उपस्थित थे. डॉ एनआर विश्वास ने संस्था निर्माण, पुनर्जीवित और सुधार के विषय पर अपने विचार व्यक्त किये.
एक साल में एम्स में बढ़ीं कई सुविधाएं
निदेशक डॉ जीके पाल ने अपने एक साल के अंदर किये गये कार्यों के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि एम्स में पहले 160 ही फैकल्टी डॉक्टर कार्यरत थे, जिनकी संख्या अब 300 से अधिक हो गयी है. पटना एम्स में योग थेरेपी से बीमारियाें का इलाज शुरू किया गया है. बिहार में पहली बार किसी सरकारी अस्पताल में यह व्यवस्था हाे रही है. कई बीमारियां हैं, जिनके इलाज में योग काफी कारगर साबित हो रहा है. इसके लिए अलग से योग प्रशिक्षक भर्ती किये गये हैं.
एक आउटडोर खेल परिसर का निर्माण हाे रहा है
पटना एम्स के मेडिकल छात्रों के लिए एक आउटडोर खेल परिसर का निर्माण हाे रहा है, जो एक साल में पूरा हो जायेगा. इसमें क्रिकेट, वॉलीबॉल, फुटबॉल, टेबल टेनिस, लॉन टेनिस सहित कई अन्य खेल गतिविधियों की व्यवस्था होगी. यह संस्थान के छात्रों, कर्मचारियों और फैकल्टी के फिटनेस के लिए फिट एम्स पटना अभियान का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक रहा, तो एम्स में आगामी होने वाले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति के हाथों छात्रों को डिग्री व गोल्ड मेडल दिया जायेगा.
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दिल्ली एम्स के तर्ज पर पटना एम्स को हो रहा विकास
पीएमसीएच फिजियोलॉजी विभाग के हेड व एम्स पटना के आइबी सदस्य डॉ राजीव कुमार सिंह ने कहा कि पटना एम्स को दिल्ली एम्स के तर्ज पर विकसित करने की पहल की जा रही है. इसके लिए जल्द ही यहां रूमेटोलॉजी व रेयर डिजीज की ओपीडी भी खोला जायेगा. छेदी पासवान ने एम्स-पटना के कार्यकारी निदेशक डॉ जीके पाल को 12वें स्थापना दिवस पर बधाई दी. वहीं एम्स के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ सीएम सिंह ने कहा कि मरीजों को सस्ता इलाज व दवाएं मिलें, इस दिशा में कार्य किया जा रहा है. प्रो डॉ उमेश कुमार भदानी, डीन (अकादमिक), एम्स पटना ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित
समारोह के बाद दोपहर में प्रो श्रीकांत भारती की देखरेख में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये. एमबीबीएस, नर्सिंग, संकाय स्टाफ और उनके बच्चों के छात्रों ने भाग लिया और कार्यक्रम को जीवंत बनाने के लिए अपने विभिन्न सांस्कृतिक कौशल प्रस्तुत किया. इसमें समूह और एकल नृत्य, एकल और समूह गीत प्रस्तुत किये और एम्स पटना के संगीत बैंड यूफोनिक्स ने वाद्य और गायन प्रतिभा प्रस्तुत की. इस मौके पर एमबीबीएस व पीजी के छात्र-छात्राएं, नर्स व अन्य कर्मचारी उपस्थित थे.