पटना एम्स में गार्ड की गुंडागर्दीः मरीज के परिजन को दौड़ा- दौड़ा कर पीटा, तीन गार्ड निलंबित
डॉक्टर जी के पाल ने बताया कि कैंसर का गंभीर स्टेज में एक मरीज को भर्ती कराने को लेकर लोग आए थे. जहां बेड नहीं होने के कारण मरीज के परिजन एम्स के इमरजेंसी स्टाफ से झगड़ने मारने पीटने लगे.
फुलवारी शरीफ, अजीत
पटना एम्स में गार्ड और मरीज के परिजनों के बची मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. सूत्रों का कहना है कि यह वीडियो एक कैंसर मरीज के भर्ती कराने को लेकर गार्ड और मरीज के परिजन के साथ हुए मारपीट का है. स्थानीय लोगों का कहना है कि गार्ड के मारपीट के कारण मरीज के परिजन की मौत हो गई है. हालांकि इस संबंध में पटना एम्स और फुलवारी थाना पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है. पुलिस मारपीट की बात को स्वीकार कर रही है. लेकिन, इस मारपीट में किसी की मौत हुई है इससे इंकार कर रही है.
फुलवारी शरीफ थाना अध्यक्ष सफिर आलम ने कहा कि मारपीट की बात सामने आई है लेकिन किसकी मौत हुई है और कौन मरीज को भर्ती करना था यह अभी स्पष्ट नहीं है. किसी का आवेदन इस मामले में थाना में नहीं आया है. थाना अध्यक्ष ने कहा कि वीडियो में क्या दिखाई दिया है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. हालांकि उन्हें जब बताया गया की वीडियो में लोग बता रहे हैं कि गार्ड बुरी तरह से एक व्यक्ति के साथ मारपीट कर रहा है और लोग बता रहे हैं कि एक व्यक्ति की मौत हो गई है, थाना अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी एम्स में तैनात फुलवारी शरीफ थाना के गार्ड या पुलिस कर्मी द्वारा नहीं दी गई है कि किसकी मौत हुई है.थाना अध्यक्ष ने बताया कि पूरा मामला जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा.
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कैंसर मरीज को भर्ती कराने को लेकर हुआ विवाद
पटना एम्स के निदेशक डॉक्टर जी के पाल ने बताया कि कैंसर का गंभीर स्टेज में एक मरीज को भर्ती कराने को लेकर लोग आए थे. जहां बेड नहीं होने के कारण मरीज के परिजन एम्स के इमरजेंसी स्टाफ से झगड़ने और मारपीट करने लगे. उसके बाद एम्स के गार्ड और मरीज के परिजनों में मारपीट हो गई. इसमें किसी की मौत नहीं हुई है. एम्स प्रबंधन इस पूरे मामले पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मरीज के परिजन द्वारा इमरजेंसी स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार किया गया. इतना ही नहीं पानी का बोतल भी फेंक कर मारने की कोशिश की गई. इसके बाद वहां पर तैनात गार्ड ने हस्तक्षेप किया. इसके बाद दोनों तरफ से मारपीट हुई.मारपीट के बाद रोगी के एक परिजन बेहोश हो गए. जिसे देख गार्ड वहां से भाग गया. एम्स में घटनास्थल पर तैनात लोगों के हंगामा करने पर मौके पर फुलवारी शरीफ थाना की पुलिस पहुंची और किसी प्रकार मामले को शांत किया. वहां माैके पर मौजूद लोगों ने बताया कि जिस प्रकार एम्स के गार्ड ने मारा है उसे देखकर अब यहां इलाज कराने आने में भी डर लगता है.
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इस पूरे मामले को लेकर पटना एम्स में उच्च स्तरीय प्रबंधन की एक बैठक भी हुई है. इस बैठक में पूरे मामले पर विस्तार से चर्चा हुई और वायरल वीडियो के बारे में भी जांच करने की बात हुई है. पटना एम्स के तरफ से फुलवारी शरीफ थाना में एक आवेदन देकर घटना के बारे में सूचना दी गई है. पटना एम्स से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि रात के वक्त मरीज को इमरजेंसी में भर्ती करने के बाद हुए विवाद में तीन एम्स के कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले की जांच कराई जा रही है जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. एम्स के तरफ से यह बताया गया है कि दूसरे दिन भी गुरुवार को एम्स में एक गार्ड और मरीज का अटेंडेंट के बीच मारपीट की घटना घटी है..दोनों तरफ से मारपीट हुई है.गार्ड और मरीज के अटेंडेंट दोनों जख्मी हुए हैं. इस मामले में कार्रवाई करते हुए एक गार्ड को संस्थान से निष्कासित कर दिया गया है.