पटना और मुजफ्फरपुर के लोग इस तरह घर बैठे करें पार्सल की बुकिंग, गंतव्य तक पहुंचाएगा रेलवे

Bihar news: ट्रेन से पार्सल भिजवाने के लिए अब आपको रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. आप घर बैठे इसकी ऑनलाइन बुकिंग कर सकेंगे. पूर्व मध्य रेलवे व डाक विभाग ने ज्वॉइंट पार्सल प्रोडक्ट सिस्टम विकसित किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2022 4:31 AM

आनंद तिवारी, पटना: ट्रेन से पार्सल भिजवाने के लिए अब आपको रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. आप घर बैठे इसकी ऑनलाइन बुकिंग कर सकेंगे. पूर्व मध्य रेलवे व डाक विभाग ने ज्वॉइंट पार्सल प्रोडक्ट सिस्टम विकसित किया है, जिसके तहत डाक विभाग घरों से पार्सल एकत्र करेगा और रेलवे उसे गंतव्य तक पहुंचायेगा.

फिलहाल इस नयी सुविधा की शुरुआत पूमरे के पटना जंक्शन व मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन से होने जा रही है. इसको लेकर दोनों विभाग की संयुक्त टीम का गठन कर बैठक भी हो चुकी है. जानकारों की मानें तो पार्सल की आय में वृद्धि और अधिक से अधिक सामान की बुकिंग को लेकर यह नया नियम लागू होने जा रहा है.

बैठक व ट्रायल हो चुका है सफल

पूमरे के सूत्रों की मानें तो पटना व मुजफ्फरपुर में इस ज्वॉइंट पार्सल प्रोडक्ट सिस्टम का ट्रायल किया जा चुका है. पार्सल बुकिंग के बाद आइटम पर डाक विभाग की ओर से बारकोड लगाया जायेगा. इससे उपभोक्ता अपने सामान की लाइव लोकेशन आसानी से जान सकेंगे. ट्रायल भी हो चुका है. इतना ही नहीं बीते एक सप्ताह पहले पूमरे व डाक विभाग के आला अफसरों के बीच बैठक आयोजित की गयी थी.

जिसके बाद पटना व मुजफ्फरपुर जिले से इसकी शुरुआत करने की योजना पर अंतिम मुहर लगाये जायेंगे. बैठक के बाद रेलवे व डाक विभाग की ज्वॉइंट वेबसाइट बनाने को लेकर मंथन चल रहा है. इतना ही नहीं भविष्य में उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए एप भी विकसित किया जायेगा, जिससे पार्सलों की बुकिंग बेहद आसान हो जायेगी. इस सुविधा के एवज में उपभोक्ताओं से मामूली सर्विस चार्ज लिया जायेगा. बैठक में पार्सल के रेट, टाइमिंग, रिसीविंग व डिलीवरी सहित अन्य मुद्दों पर मंथन किया जा रहा है.

20 प्रतिशत सस्ता रखने का लक्ष्य

इस प्रणाली के माध्यम से बुक किये गये पार्सल की लागत सड़कों की तुलना में 20 प्रतिशत सस्ता रखने का लक्ष्य है. वर्तमान में पूमरे से सभी रेलवे के सभी जोन मिलाकर पार्सल व्यवसाय से प्रति वर्ष 2,000 करोड़ रुपये है, जबकि देश का कुल पार्सल बाजार 25,000 करोड़ रुपये का है. इसका उद्देश्य इस बाजार में रेलवे की हिस्सेदारी को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाना है. राजस्व के माध्यम से पूमरे रेलवे अपनी हर इकाई को मजबूत बनाने पर जोर दे रहा है. इसी के तहत रेलवे अपने पार्सल व्यवसाय को डाकघरों के माध्यम से करना चाह रहा है. डाकघर से जुड़ने पर रेलवे को मैनपावर की भी नियुक्ति नहीं करने पड़ेगी. उतने ही संसाधन में सारे कार्य हो जायेंगे.

इन सामनों की होती है बुकिंग

रेलवे पार्सल सेवा लोगों को छोटी-छोटी खेप भेजने की अनुमति देती है, जिसमें फल, बिजली के सामान, दोपहिया वाहन और अन्य घरेलू सामान शामिल हैं, जिन्हें आमतौर पर यात्री ट्रेनों के भीतर पार्सल के लिए अलग से दो से तीन डिब्बों में ले जाया जाता है.

बोले सीपीआरओ दो स्टेशनों से होगी शुरुआत

ट्रेनों से अपना सामान, पार्सल भेजने वालों को के लिए नयी सुविधा पूमरे में शुरू होने जा रही है. इस दिशा में पूमरे की ओर से रेलवे व डाक विभाग की ओर से बैठक पर हो चुकी है. घर बैठे ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा फिलहाल पटना जंक्शन व मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन से की जायेगी. इसके लिए रेलवे व डाक विभाग मिलकर एक एप तैयार करेगा. इसकी तैयारी चल रही है- वीरेंद्र कुमार, मुख्यजनंसपर्क अधिकारी पूमरे

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