बिहार की राजधानी पटना में बड़ी आबादी आज भी शहर में यात्रा करने के लिए ऑटो और ई-रिक्शा पर निर्धर है. मगर, गुरूवार से लोगों को कहीं आने-जानें में भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. बताया जा रहा है कि 27 अप्रैल से शहर में ऑटो चालक हड़ताल पर रहेंगे. मंगलवार को ऑटो रिक्शा और इ-रिक्शा संयुक्त संघर्ष मोर्चा की बैठक में यह निर्णय लिया गया.
वहीं, महानगर ऑटो चालक संघ ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि प्रशासन ने ऑटो के लिए रूट तय किये हैं. रिजर्व ऑटो को रूट निर्धारण से मुक्त करने से लेकर कई तरह के सुझाव हैं. 26 अप्रैल को जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जायेगा. हमारी मांगों पर ठीक से विचार नहीं किया जाता, तो 27 अप्रैल को हड़ताल पर जा सकते हैं. इ-रिक्शा चालकों ने मंगलवार को गंगा पथ पर प्रदर्शन किया. करीब 70 इ-रिक्शा चालकों ने पहले गंगा पथ पर दो घंटे तक बैठक की. बैठक में निर्णय लिया गया कि जिला प्रशासन से पटना जंक्शन तक जाने की अनुमति देने की मांग की जायेगी.
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ट्रैफिक एसपी, परिवहन विभाग के अधिकारी व अन्य कई वरीय अधिकारी ने कुछ ऑटो युनियन और ई रिक्शा चालक युनियन के साथ बैठकर पटना को जाम मुक्त बनाने की दिशा में एक कदम उठाया है. अधिकारियों ने शहर में ऑटो और ई रिक्शा के मार्ग को फिक्स कर दिया गया है. जैसे, शहर में बेली रोड, फ्रेजर रोड, बाइपास समेत आठ रूटों पर इ-रिक्शाें के परिचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जबकि 15 रूटों पर 9700 इ-रिक्शाें के परिचालन के लिए मार्ग निर्धारित कर दिया गया है. इसके अलावा सीएनजी ऑटो के लिए 22 रूट तय किये किये गये हैं. इससे ऑटो चालक और ई रिक्शा चालकों में खास रोष है. इसके साथ ही, आमलोग भी होने वाली परेशानी से नाराज हैं.