पटना: बेऊर जेल में शराब के मामले में 13 मार्च से बंद कैदी महेंद्र यादव ने कचरे की गाड़ी में छिपकर भागने की कोशिश की. लेकिन, कारा प्रशासन की सक्रियता के बाद उसे पकड़ लिया गया और उसे सेल में बंद कर दिया गया है. उसे लेकर जेल प्रशासन करीब तीन घंटे तक परेशान रहा. महेंद्र यादव मूल रूप से मसाैढ़ी का रहने वाला है. वह 13 मार्च 2023 को शराब के मामले में पकड़ा गया था और फिर उसे बेऊर जेल भेज दिया गया था. यह शराब पीने का आदी है. इसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है.
सुबह में प्रतिदिन जेल के अंदर कचरे की गाड़ी आती है और फिर साफ-सफाई के बाद निकल जाती है. सभी कैदियों के वार्ड भी करीब सात बजे खोल दिये जाते हैं. शनिवार को महेंद्र यादव भी वार्ड सेनिकलने के बाद कचरे की गाड़ी में जाकर छिप गया. महेंद्र कुछ भी गंदा सामान खा लेता है और, अजीब हरकतें भी करता है. जेल प्रशासन ने उसकी निगरानी के लिए एक जवान की तैनाती कर रखी है. महेंद्र कचरे की गाड़ी में छिप कर बैठ गया तो उसकी निगरानी करने वाले जवान ने खोजना शुरू कर दिया.
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जेल प्रशासन को भी मामले की जानकारी दी गयी . जेल के अंदर सभी वार्ड के साथ ही शौचालय व तमाम जगहों पर उसकी खोजबीन शुरू हुई. लेकिन उसके संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल पायी. इसी बीच 9:45 बजे जब कचरे की गाड़ी जेल के अंदर मेन गेट से बाहर निकली, तो वह चुपके से उतर गया और महिला बैरक में जाकर छिप गया. कारा प्रशासन ने जब महिला बैरक की तलाशी ली, तो वह मिल गया. जेल अधीक्षक इंजीनियर जीतेंद्र कुमार ने बताया कि यह पिछले साल भी शराब के मामले में पकड़ा गया था और उस समय भी अजीबोगरीब हरकतें करता था.