पटना : बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. संसाधन के अभाव में मरीजों को बेड उपलब्ध होने में दिक्कत हो रही है. वहीं दूसरी ओर नौकरी की सुरक्षा, वेतन को बढ़ाने, हेल्थ इंश्योरेंस, स्थायी कर्मचारियों की तरह छुट्टी समेत कई मांगों को लेकर गुरुवार को पटना एम्स की 400 कॉन्ट्रैक्चुअल नर्सें हड़ताल पर चली गयी हैं. पटना एम्स बिहार का इकलौता केंद्रीय हॉस्पिटल है.
यहां भागलपुर की आयुक्त समेत कई वीवीआईपी कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है. एम्स प्रशासन का कहना है कि हमने कुछ मांगों को मान लिया है, ऐसे में प्रशासन ने कर्मियों को काम पर वापस आने की अपील की है. हालांकि अभी भी नर्सों की हड़ताल पर हैं. जिला प्रशासन ने वहां पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती कर दी है. गेट पर आने-जाने वालों की चेकिंग की जा रही है ताकि बाहरी लोग अनावश्यक रूप से एम्स में नहीं कर पाएं.
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 30 हजार को पार कर गया है, जिसमें 217 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना से अब तक 19 हजार से अधिक मरीज जंग जीत चुके हैं, जबकि 10 हजार से अधिक मरीज अभी भी कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं. दो दिन पहले भाजपा के एमएलसी सुनील कुमार सिंह की मौत हुई थी. बुधवार को राजद नेता राजकिशोर यादव और समस्तीपुर के सिविल सर्जन की भी मौत हो गयी थी. अभाी भी कई वीवीआइपी यहां इलाजरत हैं.
posted by ashish jha