मासूम बच्चियों के साथ दरिंदगी करने वाले दो संदिग्ध आरोपी के घर पर महादलित परिवार के लोगों ने हमला कर दिया है. आरोपी के घर पर पथराव और तोड़फोड़ के कारण पूरे क्षेत्र में भगदड़ मच गई है. महादलित समुदाय की महिलाओं के उग्र रूप को देखते हुए कई घरों के लोग अपने घर छोड़कर भाग गए हैं. घरों से निकल कर भाग रहे लोगों और महादलित समुदाय के महिलाओं के बीच बाधार के खेतों में जमकर तकरार भी होने की सूचना है. बीच- बचाव करने पर स्थानीय लोगों ने पुलिस टीम पर भी हमला कर दिया है.
दरअसल, सामूहिक दुष्कर्म व हत्या की घटना में पुलिस ने दो संदिग्ध लोगों को पकड़ कर पुलिस थाना ले गई थी. इसकी सूचना मिलने के बाद महादलित समुदाय के लोगों ने पकड़े गए परिवार पर हमला कर दिया है. यह घटना जब हुई उस वक्त पूरे मामले की जांच करने एएसपी स्थानीय थाना पुलिस के साथ घटनास्थल पर ही थे. पुलिस को देखते ही स्थानीय लोगों ने उसपर भी हमला कर दिया. जिससे भगदड़ मच गई है. पुलिस भी वहां से हट गई है. लेकिन अभी भी घटनास्थल पर ही कैंप कर रही है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि दुष्कर्म के बाद हत्या में शामिल एक संदिग्ध को घटना के बाद कई लोगों ने भागते हुए देखा था. इसके बाद ही पीड़ित परिवार के लोगों और भाग रहे लोगों के बीच पथराव शुरु हो गया है. इधर, पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ली है. जिनको पुलिस ने हिरासत में लिया है उनके पक्ष में भी कई लोग उतर आए हैं. इनका कहना है कि पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार की है वे लोग नाती-पोता वाले हैं वे ऐसा नहीं कर सकते हैं. पुलिस का कुत्ता उनके घर के सामने जाकर रुका था. पुलिस ने इस कारण से ही उनको गिरफ्तार कर ली है. उनका कहना है कि यह कोई आधार नहीं हो सकता है. पुलिस को ठोस साबूत देना होगा. बहरहाल, इस घटना के बाद दो गांव में तनाव उत्पन्न हो गया है.
बताते चलें कि पूरे मामले की जांच के लिए पटना के एसएसपी ने पूरे घटना की जांच और आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया है. फुलवारीशरीफ के एएसपी के नेतृत्व में घटित इस एसआईटी ने आज से अपना काम करना शुरु भी कर दिया है. एसआईटी की टीम गुरुवार को जांच करने जब पीड़िता के घर पहुंची तो वहां उपस्थित लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिए. स्थानीय लोगों के विरोध और आक्रोश के कारण पुलिस पिछले दो घंटे से गांव से बाहर खड़ी है.
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बताते चलें कि इस घटना से आक्रोशित लोगों ने बुधवार को करीब चार घंटे तक फुलवारी शरीफ गोलंबर को जाम कर दिया था. वे लोग आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. उनका कहना था कि पुलिस अपनी सक्रियता दिखाती तो यह घटना नहीं होती. आस पास के लोगों के हस्तक्षेप के बाद जाम कर रहे लोगों ने अपना जाम तो खत्म कर लिया था. लेकिन, उन लोगों ने पुलिस को 48 घंटे के अंदर आरोपी को गिरफ्तार करने की शर्त रखी थी. इस दौरान अगर पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं करती है तो शनिवार को एक बार फिर स्थानीय लोग आक्रोशित हो सकते हैं. सड़क पर उतर कर अपना विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं.