पटना-गया-डोभी ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क का सरिस्ताबाद तक होगा विस्तार, जानिए हाईकोर्ट का क्या है आदेश..
पटना-गया-डोभी नेशनल हाइवे ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क को लेकर बड़ी जानकारी आयी है. इस सड़क का विस्तार अब सरिस्ताबाद तक होगा. वहीं इस सड़क निर्माण कार्य में हो रहे विलंब को लेकर पटना हाईकोर्ट में सुनवाई है और अदालत ने नया आदेश जारी किया है.
Patna Dobhi Road Project: पटना-गया-डोभी एनएच-83 ग्रीनफील्ड फोरलेन निर्माण कार्य में तेजी लाने की कवायद शुरू हुई है. इस सड़क के निर्माण कार्य में आ रही बाधाओं को भी दूर करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं. मामला अदालत तक जा पहुंचा है और इस सड़क के निर्माण को लेकर अब एक बड़ा अपडेट सामने आया है. बता दें कि पटना-गया-डोभी एनएच-83 ग्रीनफील्ड फोरलेन का अब विस्तार किया जाएगा और सरिस्ताबाद तक यह सड़क होगी. इससे एनएच- 83 और एनएच-30 को कनेक्टिविटी दी जाएगी. सबसे कम लागत में फोरलेन ग्रीनफील्ड सड़क बनाने का प्रस्ताव मेसर्स एचएस इंजीनियर्स एंड एसोसिएट्स-वेल्जी रत्न सोराठिया इंफ्रा प्रालि जेवी की ओर से मिला है. जिसके प्रस्ताव के मुताबिक, नाथुपुर से सरिस्ताबाद तक 2.8 किलोमीटर लंबाई में यह सड़क 96 करोड़ 77 लाख 51 हजार 600 रुपये में बनाने की बात कही गयी है. बता दें कि सबसे कम लागत में सड़क बनाने का यह प्रस्ताव है. हालांकि, अभी इस पर अंतिम मुहर लगनी बाकी है.
सूत्रों के अनुसार पटना के बेऊर गांव से 3.5 किलोमीटर दक्षिण-पूरब में नाथुपुर नारायणचक में पटना- गया-डोभी एनएच खत्म हो रहा है, जो 127 किलोमीटर लंबा है. वहां अभी गोलंबर बन रहा है. यह नयी सड़क सरिस्ताबाद में 70 फीट रोड से 300 मीटर पश्चिम की तरफ बाइपास से निकलेगी. इसके साथ ही नाथुपुर नारायणचक में बन रहे नाथुपुर हाइवे जंक्शन तक जाकर पटना- गया-डोभी मुख्य सड़क से यह जुड़ जायेगी. बता दें कि इस सड़क के निर्माण से बहुत बड़ी आबादी को फायदा होगा. इस सड़क का निर्माण इसी साल के अंत में दिसंबर 2023 तक शुरू हाेने की संभावना है.
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पटना हाइकोर्ट में भी सुनवाई, पूछे गए सवाल..
गौरतलब है कि इस सड़क के निर्माण के मामले पर पटना हाइकोर्ट में भी सुनवाई हुई है. हाईकोर्ट में पटना- गया डोभी राष्ट्रीय राज मार्ग के निर्माण में हो रहे विलंब पर बुधवार को मुख्य न्यायाधीश के विनोद चंद्रन और न्यायाधीश राजीव राय की खंडपीठ में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान राज्य सरकार और केंद्र सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि इस राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण कार्य में काफी विलंब हो रहा है . गया शहर के कटारी के समीप आरओबी का निर्माण काफी धीमी गति से हो रहा है . निर्माण कार्य तेजी से करने का अंडरटेकिंग निर्माण कंपनी ने दे रखा है इसके बावजूद निर्माण कंपनी धीमी गति से काम कर रही हैं. इस पर कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए निर्माण कंपनी को एक सप्ताह के भीतर हलफनामा दायर करने का आदेश दिया.
एनएचएआइ के चेयरमैन ने लिया है जायजा..
बता दें कि एनएचएआइ के चेयरमैन संतोष कुमार यादव हाल में ही बिहार दौरे पर आए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उन्होंने मुलाकात करके सड़क निर्माण को लेकर बातचीत की थी. सीएम ने उनसे कुछ सड़क प्रोजेक्ट को जल्द पूरा करने को कहा था. जिसमें पटना-गया-डोभी नेशनल हाइवे भी शामिल था. चेयरमेन ने सीएम नीतीश कुमार को भरोसा दिलाया था कि पटना-गया-डोभी मार्ग फरवरी 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा. एनएचएआइ के चेयरमैन ने करीब डेढ़ दर्जन एनएच परियोजनाओं की समीक्षा अधिकारियों के साथ पटना में की थी. चेयरमेन इस सड़क का निर्माण कार्य देखने भी पहुंचे थे. उन्हें अधिकारियों ने वर्तमान स्थिति से रूबरू कराया था.
अदालत ने पहले भी दिए हैं निर्देश
बता दें कि पटना-गया-डोभी सड़क निर्माण को लेकर हाईकोर्ट ने पहले भी निर्देश दिए हैं. पिछले साल 2022 में भी पटना हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के दौरान संबंधित अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिए थे. इस सड़क के निर्माण में जो बाधा आ रही है उसे अतिशीघ्र हटाने का निर्देश दिया था. अदालत ने हलफनामा तक लिया था कि तिथि सुनिश्चित करें कि कबतक सड़क बनकर तैयार हो जाएगा. बता दें कि इस सड़क प्रोजेक्ट के अलावे भी कई अन्य सड़कों का निर्माण कार्य बाधित है जिसमें अब तेजी से काम शुरू करने का निर्देश दिया गया है.