सुबोध कुमार नंदन
बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की ओर से गोलघर परिसर में संचालित लेजर शो तीन साल से बंद है. इसके कारण देर शाम आने वाले पर्यटक निराश लौटने को मजबूर हैं. लगभग 45 मिनट के लेजर शो के माध्यम से यहां पर्यटकों को गोलघर व पटना का इतिहास दिखाया जाता था.जानकारी के अनुसार पर्यटन निगम ने 14 जनवरी, 2013 को 1.10 करोड़ की लागत से लेजर शो की शुरुआत की थी. इसकी जिम्मेदारी कोलकाता की प्रीमियम वर्ल्ड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था. इसके लिए पर्यटन विकास निगम और प्रीमियम वर्ल्ड टेक्नोलाॅजी के बीच पांच साल का करार हुआ था, लेकिन 2019 में शो तकनीकी कारणों से बंद हो गया. तब से यह बंद है. शो के लिए प्रति पर्यटक 30 रुपये का शुल्क लगता था. उस दौरान हर दिन 50 से 60 पर्यटक शो देखने पहुंचते थे.
जीएम बोले, जल्द ही निकाला जायेगा टेंडर
बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक अभिजीत कुमार कुमार ने बताया कि फिर से लेजर शो शुरू करने का प्रस्ताव है. इसके लिए जल्द ही टेंडर निकाला जायेगा. नया लेजर शो अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित होगा. साथ ही नये स्क्रिप्ट और इफेक्ट पर्यटकों को देखने को मिलेगा.
Also Read: Bihar: आपको पता भी नहीं चला और कोरोना ने छीन ली बच्चों की आंख, जरूर जानें क्या है नया रिसर्च
गोलघर के अंदर लेजर शो आठ साल से बंद
वहीं दूसरी ओर कला- संस्कृति एवं युवा विभाग की ओर से 2015 में गोलघर के अंदर लेजर शो की शुरुआत की गयी थी. लेकिन, पिछले आठ साल से यह बंद है. इस बीच कई बार शो के संचालन और रखरखाव के लिए टेंडर निकाला गया. सूत्रों के अनुसार टेंडर में कई कंपनियों ने भाग लिया था, लेकिन गोलघर का संरक्षण का काम पूरा नहीं होने के कारण गोलघर अंदर से बंद है. इस संबंध में जब अधिकारियों से संपर्क किया गया, तो कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया.