Patna News: गाय घाट आफ्टर केयर होम केस मामले में हाईकोर्ट ने की सुनवाई, ASP काम्या मिश्रा को किया तलब
Bihar news: चर्चित गाय घाट स्थित आफ्टर केअर होम कांड मामले में पटना हाईकोर्ट ने सुनवाई की. इस मामले में कोर्ट ने एसआईटी जांच टीम का नेतृत्व करने वाली सचिवालय एएसपी काम्या मिश्रा को अगली सुनवाई में तलब किया है.
Patna high court: पटना के चर्चित गाय घाट स्थित आफ्टर केअर होम कांड मामले में पटना हाईकोर्ट के जस्टिस आशुतोष कुमार की खंडपीठ ने सुनवाई की. इस मामले में खंडपीठ ने एसआईटी जांच टीम का नेतृत्व करने वाली सचिवालय एएसपी काम्या मिश्रा को अगली सुनवाई में तलब किया है. अब इस मामले की अगली सुनवाई 24 नवंबर 2022 को होगी.
इससे पूर्व चीफ जस्टिस ने की थी सुनवाई
कोर्ट की सुनवाई को लेकर हाईकोर्ट के एक अधिवक्ता ने बताया कि आज जस्टिस आशुतोष कुमार की खंडपीठ एसआईटी द्वारा किये गए जांच और कार्रवाई के सम्बन्ध में सम्बंधित अधिकारी से जानकारी प्राप्त करना चाह रहे थे.कोर्ट ने सआईटी टीम का नेतृत्व करने वाली पुलिस अधिकारी को कोर्ट ने अब तक की गई कार्रवाई का ब्यौरा देने को कहा है. बता दें कि इससे पूर्व इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ द्वारा की जा रही थी.
इससे पूर्व कोर्ट ने जांच रिपोर्ट किया था तलब
बता दें कि पिछली सुनवाई के दौरान एडवोकेट जनरल ने कोर्ट को बताया कि इस मामले में चार्ज शीट फाइल किया जा चुका है और आफ्टर केयर की अधीक्षिका को गिरफ्तार किया जा चुका है.जिसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई डीएसपी रैंक की महिला पुलिस अधिकारी से कराने और जांच रिपोर्ट को तलब किया था.
क्या है मामला ?
गौरतलब है कि गाय घाट महिला सुधार गृह को लेकर 31 जनवरी को मीडिया में एक खबर आयी थी. जिसके बाद कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था. दरअसल, गाय घाट स्थित महिला सुधार गृह (उत्तर रक्षा गृह) कि में रहने वाली महिलाओं ने रिमांड होम की अधीक्षक पर गंभीर आरोप लगाये थे. महिलाओं ने आरोप लगाते हुए बताया था कि गाय घाट स्थित उत्तर रक्षा गृह की अधीक्षक वंदना गुप्ता संवासिनों को नशे की सुई देकर अवैध कारोबार करने पर मजबूर करती हैं.
विरोध करने वाली संवासिनों के साथ मारपीट की जाती है और उन्हें भूखा भी रखा जाता है. उसने कहा कि सुंदर लड़कियां मैडम की फेवरेट हैं. वे उन्हें खूब मानती हैं. जांच के बहाने उन्हें रिमांड से बाहर भेजा जाता है, लेकिन वैसी लड़कियां जो उनकी बात नहीं मानतीं वे उन्हें पहले तो परेशान करती हैं. फिर उन्हें मानसिक रूप से अस्वस्थ बता कर पागल खाने भेज दिया जाता है.