Patna: मरीज के पेट में था आठ किलो का ट्यूमर, आइजीआइएमएस के डॉक्टरों ने भगवान बनकर ऐसे बचायी जान
Patna में आइजीआइएमएस के चिकित्सकों ने नवादा जिले के 55 साल के एक मरीज के पेट से करीब आठ किलो वजन का बड़ा ट्यूमर निकालने में सफलता प्राप्त की है. ट्यूमर बड़ा होने के कारण ऑपरेशन करीब तीन घंटे तक चला. चिकित्सकों की सबसे बड़ी चुनौती ट्यूमर को फटने से बचाना था.
Patna में आइजीआइएमएस के चिकित्सकों ने नवादा जिले के 55 साल के एक मरीज के पेट से करीब आठ किलो वजन का बड़ा ट्यूमर निकालने में सफलता प्राप्त की है. ट्यूमर बड़ा होने के कारण ऑपरेशन करीब तीन घंटे तक चला. चिकित्सकों की सबसे बड़ी चुनौती ट्यूमर को फटने से बचाना था. आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट सह डिप्टी डायरेक्टर डॉ मनीष मंडल ने कहा कि संस्थान के स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट (एससीआइ) के ऑन्कोलॉजी सर्जरी विभाग में सर्जनों के द्वारा सफल ऑपरेशन कर मरीज को नयी जिंदगी दी गयी. उन्होंने बताया कि मरीज कई प्राइवेट अस्तपालों का चक्कर काट चुका था, पैसे आदि की परेशानी के चलते ऑपरेशन कराने में परेशानी होती थी. आइजीआइएमएस के ऑन्कोलॉजी विभाग के ओपीडी में आया. बीमारी गंभीर होने के बाद कैंसर रोग विभाग के डॉ शशि पवार की देखरेख में टीम गठन कर मरीज का ऑपरेशन किया गया. अब मरीज पूरी तरह से ठीक है.
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मरीज को चलने और सांस लेने में हो रही थी तकलीफ
डॉ शशि पवार ने बताया कि मरीज के पेट में दर्द होने के साथ सांस लेने में तकलीफ थी और वह अपने दैनिक कार्य करने में भी सक्षम नहीं था. उन्होंने बताया कि ट्यूमर का आकार और वजन बढ़ने के कारण मरीज के ऑपरेशन के दौरान कई चुनौतियां थी. इसमें सबसे बड़ी चुनौती ट्यूमर को फटने से बचाना था. टीम में मौजूद कुशल एनेस्थीसियोलॉजिस्ट और नर्सिंग स्टॉफ की वजह से यह ऑपरेशन सफल हो पाया. वहीं संस्थान के निदेशक डॉ बिंदे कुमार ने सर्जरी करने वाले डॉ शशि पवार, डॉ मनीष कुमार, डॉ पूजा, डॉ शशांक आदि डॉक्टरों को बधाई देते हुए कहा कि यह ऑपरेशन मुख्यमंत्री अनुदान राशि योजना के तहत किया गया है. कैंसर सेंटर में अनुदान की राशि का फायदा अन्य मरीजों को भी मिलता है.