पटना में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना से बचाव को लेकर तरह-तरह की जानकारियां दी जा रही है. इसके बावजूद पटना जंक्शन पर यात्रियों की ओर से लापरवाही बरती जा रही है. प्रशासन की ओर से भी जांच की मुकम्मल व्यवस्था नहीं होने से बाहर से आनेवाले यात्री बगैर जांच के निकल रहे हैं. बुधवार को पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या एक के गेट संख्या तीन पर आठ घंटे में मात्र 110 यात्रियों की कोरोना जांच हुई.
इसमें 24 यात्री पॉजिटिव निकले. सभी यात्रियों को एंटीजन टेस्ट किया गया. कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद हड़कंप मच गया. जांच करनेवाले कर्मी भी परेशान हो गये. बाद में पॉजिटिव निकले यात्रियों को दवा की किट दी गयी. उसे इलाज के लिए जब आइसोलेशन सेंटर में जाने की बात कही गयी तो वे इससे मुकर गये. वे होम आइसोलेशन में रहने की बात कह कर निकल गये.
पटना जंक्शन पहली शिफ्ट में ड्यूटी पर तैनात जांच कर्मियों ने बताया कि दोपहर दो बजे तक 80 यात्रियों की जांच हुई. इसमें 21 पॉजिटिव पाये गये. दूसरी शिफ्ट में शाम चार बजे तक 30 यात्रियों की जांच में तीन पॉजिटिव मिले. जंक्शन पर रोजाना दो लाख से अधिक यात्रियों की आवाजाही होती है.
बुधवार को राजेंद्र नगर टर्मिनल पर जांच की कोई व्यवस्था नहीं दिखी. स्टेशन पर सफाईकर्मी द्वारा सैनिटाइज करते हुए देखा गया. एक अधिकारी ने बताया कि इस बार जांच की व्यवस्था शुरू नहीं हुई है.
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पाटलिपुत्र जंक्शन पर एक शिफ्ट में ही जांच होती है. शाम के बाद नहीं रहते हैं. स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई से आनेवाली ट्रेन अहले सुबह आती है. उस समय कोई जांच कर्मी नहीं रहते हैं.
पटना. बुधवार को पटना एयरपोर्ट पर यात्रियों की हुई कोरोना जांच में चार यात्री पॉजिटिव पाये गये. बाहर से आनेवाले यात्रियों का एंटीजन टेस्ट हुआ. जानकारों के अनुसार जांच में छपरा विवि के एक प्रोफेसर, सीआइएसएफ के एक जवान समेत चार पॉजिटिव मिले. सीआइएसएफ का जवान पटना एयरपोर्ट पर ही कार्यरत हैं.
छपरा विवि के प्रोफेसर पटियाला से अमृतसर हो पटना आये, जबकि अन्य दो यात्री मुंबई से पटना आये. इनमें एक दरभंगा के रहने वाले हैं. एक अनीसाबाद में रहते हैं. कोरोना पॉजिटिव चारों यात्रियों का आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया.