पटना में छात्रों को बंदूक सटा कर कोचिंग में कराते थे एडमिशन, लड़कियों को भी धमकाकर लाती थी राधा, गिरफ्तार
पटना के बहादुरपुर थाने की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ऐसे कोचिंग संचालक को गिरफ्तार किया है, जो गुंडो के जरिये कोचिंग मे जबर्दस्ती नामांकन, पतिदवंदी कोचिंग संस्थान मे मारपीट व फायरिंग करवाता था. कोचिंग संचालक के अलावा एक महिला सहायक भी गिरफ्तार हुई है.
पटना के बहादुरपुर थाने की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ऐसे कोचिंग संचालक को गिरफ्तार किया है, जो गुंडो के जरिये कोचिंग मे जबर्दस्ती नामांकन, पतिदवंदी कोचिंग संस्थान मे मारपीट व फायरिंग करवाता था. कोचिंग संचालक के अलावा एक महिला सहायक भी गिरफ्तार हुई है. छानबीन मे कोचिंग से एक पिस्तौल, दो कारतूस, एक मैगजीन व एक मोबाइल जब्त की गयी है. रविवार को एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने प्रेस कॉन्फरेंस मे बताया कि बहादुरपुर के एसके सिंह केमिस्टरी सेटर के संचालक सदन कुमार सिंह व सहायक राधा झा को गिरफ्तार किया गया है. दोनो बदमाशो के गरुप को फाइनेस करते थे. ये बदमाशो को हथियार और पैसा दे छात्रों को जबर्दस्ती नामांकन कराने, पतिदवंदी कोचिंग संचालको को धमकाने, मारपीट व फायरिंग करवाते थे. गिरफ्तार मैनेजर सदन कुमार सिंह खगड़िया का है और अभी बहादुरपुर मे रहता था. सहायक महिला समस्तीपुर की है और अभी बहादुरपुर मे रहती है.
हॉस्टल की लडकियों को धमका कर एडमिशन करवा देती थी राधा
राधा हॉस्टल की लड़कियों को डरा- धमका और डिस्काउंट देने के नाम पर अपनी कोचिंग मे एडमिशन कराती थी. अगर किसी ने आवाज उठायी, तो फिर उसे बनाये गये गुंडा गरुप से डराने व धमकाती थी. एसएसपी ने बताया कि कोचिंग संस्थान मे जो मोबाइल मिले है, उनमे बनाये गये गरुप के मेबर की छानबीन की जा रही है. सात लोगों की पहचान कर ली गयी है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. उन्होंने बताया कि सात लोगों मे दो हॉस्टल के छात है और पांच छात लॉज मे रहते है.
एसएसपी ने कहा, जिसने खुद कभी कोई परीकषा पास नही की, वह भी चलाता है कोचिंग
एसएसपी ने परिजनों से अपील करते हुए कहा कि आप अपने बचचे को पढ़ने के लिए भेजते है, तो वे कहां पढ़ रहे है और कोचिंग संस्थान कैसा है. उसका रिजल्ट कैसा है, इस बारे में जरूर जानकारी रखे. उन्होंने कहा कि डिस्काउंट के चक्कर मे छात्र फंस जाते है और फिर उनका भविष्य खराब हो जाता है. कोचिंग संस्थान को लोग अब धंधा बना दिया है. जिसने खुद कोई परीक्षा पास नहीं की है, वह भी भाड़े के शिक्षक को रख कर कोचिंग चला रहा है.