राजधानी पटना का दिल और केंद्र कहे जाने वाले फ्रेजर रोड पर स्थित होगा पटना मेट्रो रेल (Patna Metro )प्रोजेक्ट का आकाशवाणी भूमिगत मेट्रो स्टेशन ( Akashvani underground metro station). इस स्टेशन की लंबाई 235 मीटर होगी और ट्रैक की गहराई भूतल से 16 मीटर नीचे होगी. इस भूमिगत मेट्रो स्टेशन में फ्रेजर रोड इलाके के पैदल यात्री मेट्रो के भुगतान क्षेत्र में प्रवेश किए बगैर प्रस्तावित सब-वे से सड़क के एक ओर से दूसरी ओर से आसानी से जा सकेंगे.
आकाशवाणी भूमिगत मेट्रो स्टेशन फ्रेजर रोड, एस. पी. वर्मा रोड, एग्जीविशन रोड, गांधी मैदान, डाक बंगलों, पटना स्टेशन, स्टेशन रोड, मौर्या लोक आदि क्षेत्रों के लोगों के निर्बाध आवागमन के लिए प्रस्तावित है. यह फ्रेजर रोड के आसपास के कई महत्वपूर्ण कार्यालयों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, भवनों, मॉल्स आदि को भी आपस में जोड़ेगा. जैसे, एलआईसी बिल्डिंग, बीएसईबी ऑफिस, हिन्दी भवन, डीएम ऑफिस, ऑल इंडिया रेडियो स्टेशन, पटना सेंट्रल मॉल, फ़ज़ल इमाम कॉम्प्लेक्स, भारतीय नृत्य कला मंदिर आदि.
आकाशवाणी मेट्रो स्टेशन के निकटतम स्टेशन पटना स्टेशन और गांधी मैदान मेट्रो स्टेशन होंगे. इस स्टेशन को दो तल का बनाने की योजना है. माइनस वन (-1) पर कान कोर्स होगा और उसके नीचे माइनस टू (-2) पर प्लेटफॉर्म होगा.
कान कोर्स लेवल पर यात्री केंद्रित सुविधाएं उपलब्ध होंगी. जैसे कि टिकट काउन्टर, जन-सुविधाएं (शौचालय), सुरक्षा जांच आदि. चूंकि यह मेट्रो स्टेशन मल्टी-मोडल इंटेगरेशन पॉइंट है, इसलिए यहाँ यात्रियों के लिए अतिरिक्त सुविधाएं भी होंगी जैसे कि वातानुकूलित मेट्रो कोच और स्टेशन. स्टेशन पर यात्रियों के प्रयोग के लिए पाँच एस्कलैटर, चार लिफ्ट और चार सीढ़ियाँ होंगी.
प्रवेश और निकास द्वार-1: एलआईसी बिल्डिंग के निकट
प्रवेशऔर निकास द्वार-2: भारतीय नृत्य कला मंदिर एवं ऑल इंडिया रेडियो स्टेशन के प्रवेश द्वार पर
प्रवेश और निकास द्वार-3: पटना सेंट्रल मॉल के निकट एवं फ़ज़ल इमाम कॉम्प्लेक्स के सामने
यह स्टेशन फ्रेजर रोड एवं डाक बंगलों क्षेत्र में स्थित है. जो कि शहर के व्यस्ततम व्यावसायिक और गैर-व्यावसायिक केंद्रों में से एक है. अतः यात्रियों एवं पैदल आने-जाने वालों की सुविधा के लिए एक सब-वे भी प्रस्तावित है. जिससे पैदल यात्री फ्रेजर रोड के एक ओर से दूसरी ओर इस स्टेशन से हो कर आ जा सकेंगे. इसके लिए स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार, प्रवेश द्वार – 1, प्रवेश द्वार – 3 एक-दूसरे से जुड़े होंगे.
किसी आकस्मिक स्थिति में यात्रियों को प्लेटफॉर्म से सुरक्षित निकालने के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं होंगी. ऐसी किसी आकस्मिक स्तिथि के लिए यात्रियों एवं अग्निशामकों की सुरक्षित निकासी के लिए पाँच फायर एस्केप (फायर निकास) प्रस्तावित हैं.